नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के घने जंगलों में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ एक भयंकर मुठभेड़ में 5 करोड़ रुपये के इनामी माओवादी कमांडर बसवराजू सहित कुल 27 नक्सलियों को ढेर कर बड़ा दंगल जीत लिया है। भारी हथियारों से लैस ये नक्सली माओवादी संगठन के सबसे खतरनाक और खूंखार कमांडरों में शामिल थे, जो कई राज्यों में हिंसा फैला रहे थे।
बसवराजू, जो माओवादी रणनीति का दिमाग था, झारखंड, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में पांच करोड़ का इनाम लेकर पुलिस-सेना के लिए सिरदर्द बना हुआ था। उसकी हत्या से नक्सली संगठन को एक भयंकर झटका लगा है।
डीआरजी नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंडागांव की संयुक्त टीमों ने गुप्त और सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। अबूझमाड़ की घातक पहाड़ियों में चल रही इस जबरदस्त कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने माओवादी कमांडरों के सिर पर ताबड़तोड़ हमला किया।
इस मुठभेड़ में एक वीर जवान शहीद हुआ, जबकि कई घायल जवानों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। सुरक्षा बलों की बहादुरी और रणनीति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस ऑपरेशन का लाइव वीडियो भी सामने आया है, जिसमें गोलियों की बरसात और जवानों की शहादत साफ सुनाई दे रही है।
यह बड़ी सफलता अप्रैल से मई के बीच चले ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट के बाद आई है, जिसमें छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा के कर्रेगुट्टा पहाड़ी में 31 नक्सलियों को मार गिराया गया, 214 ठिकानों को ध्वस्त किया गया और 450 से अधिक आईईडी जब्त किए गए थे।
गृह मंत्री अमित शाह के 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सलमुक्त करने के संकल्प के तहत यह अभियान एक निर्णायक कदम माना जा रहा है। बढ़ते दबाव में कई नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं और अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों का दबदबा लगातार मजबूत हो रहा है।
छत्तीसगढ़ में अब नक्सलियों के लिए कोई जगह नहीं, सुरक्षा बलों की यह शानदार कामयाबी प्रदेश को जल्द ही नक्सलवाद से मुक्त कराने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।