० गिरा अपराधों का ग्राफ, क्षेत्र में अवैध शराब विक्रय भी लगी पाबंदी
बकावंड। बस्तर एसपी शलभ कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन में बकावंड थाना पुलिस अब जो काम कर रही है, उसने क्षेत्र के लोगों का दिल जीत लिया है। नए थानेदार डोमेंद्र सिन्हा पुलिस के सूत्र वाक्य परित्राणाय साधुनाम पर अमल करते हुए सच्चे रक्षक की भूमिका निभा रहे हैं। क्षेत्र के अपराधी तत्वों और अवैध शराब विक्रेताओं की नींद हराम हो गई है और क्षेत्र की जनता चैन की नींद सोने लगी है।
पुलिस विभाग का पहला दायित्व लोगों को सुरक्षा प्रदान करना, अपराधी तत्वों पर लगाम लगाना और अवैध धंधों को रोकना है। पुलिस के सूत्र वाक्य “परित्राणाय साधुनाम” में भी यही संदेश निहित है कि दुष्टों से भले लोगों की रक्षा करना। पुलिस पर लोगों की सुरक्षा की अहम जिम्मेदार होती है और काम का बोझ भी बहुत ज्यादा रहता है। बस्तर जैसे संवेदनशील इलाके में पुलिस का काम और भी चुनौती भरा हो जाता है। पिछले दिनों बस्तर पुलिस अधीक्षक द्वारा असामाजिक तत्वों पर नकेल कसने और अवैध रूप से शराब विक्रय करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। एसपी के इस आदेश का त्वरित पालन करते हुए बकावंड के थाना पभारी डोमेंद्र सिन्हा सक्रिय हो गए हैं। क्षेत्र में अपराधी तत्व अंडर ग्राउंड हो गए हैं, शराब तस्कर बोरिया बिस्तर समेट चुके हैं।
थानेदार श्री सिन्हा सरकारी संस्थानों की सुरक्षा को लेकर भी संजीदा हैं। उन्होंने ग्राम बकावंड जिला सहकारी मर्यादित बैंक एवं भारतीय स्टेट बैंक शाखा निरीक्षण कर सीसीटीवी कैमरों, सायरन व सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी बैंक कर्मचारियों से ली। बकावंड थाना प्रभारी डोमेंद्र सिन्हा हर गतिविधि पर नजर रखते हैं। कस्बे में अब रात को गश्त लगाई जाने लगी है। थानेदार के कड़े एक्शन की वजह से बकावंड और आसपास के गांवों में ओड़िशा से शराब लाकर बेचनेसे शराब माफिया डरने लगे हैं। जबसे डोर्मेंद्र सिन्हा थाने में नियुक्ति हुए हैं तबसे दिन आपराधिक गतिविधियों अवैध शराब विक्रय पर विराम लग गया है। पब्लिक के साथ टीआई श्री सिन्हा का आत्मीय व्यवहार भी चर्चा में है। बकावंड को लंबे समय से ऐसे ही थानेदार की जरूरत थी।