0 मुख्यमंत्री साय होंगे समारोह के मुख्य अतिथि
0 भोंगापाल में बनेगा छग का प्रथम बुद्ध शांति पार्क
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मौजूदगी में 1 जून को बस्तर संभाग के कोंडागांव नारायणपुर जिले की सीमा पर स्थित भोंगापाल में राज्य स्तरीय भोंगापाल बौद्ध महोत्सव का गरिमामय आयोजन होने जा रहा है। बस्तर में युद्ध नहीं बुद्ध की शांति के ऐतिहासिक, पुरातात्विक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को दृष्टिगत रखते हुए भोंगापाल बौद्ध महोत्सव के इस राज्य स्तरीय आयोजन में अद्भुत, अद्वितीय और अनुपम बौद्ध शांति पार्क निर्माण करने की भी पहल की जाएगी।
कार्यक्रमआयोजक विधायक नीलकंठ टेकाम और संयोजक अनिल खोब्रागड़े ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में महासमुंद जिले के सिरपुर में अंतरराष्ट्रीय बौद्ध स्थल अपनी पूरी ऐतिहासिकता और समृद्ध पुरातात्विक विरासत के साथ मौजूद है। इसके पश्चात छत्तीसगढ़ प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा बौद्ध स्थल बस्तर अंचल के भोंगापाल में है जहां पर पुरातात्विक ऐतिहासिक महत्व की बौद्ध कालीन अनेक मूर्तियां और अवशेष क्षेत्र में बिखरे हुए हैं। इसे संरक्षित और संवर्धित करने के लिए तथा श्रेष्ठ श्रेणी का पुरातत्व स्थल घोषित करने के लिए भोंगापाल बुद्ध महोत्सव आयोजन समिति केंद्रीय पुरातत्व विभाग सहित छत्तीसगढ़ शासन व पुरातत्व विभाग को प्रस्ताव भेजेगी। भोंगापाल बुद्ध चैत्यगृह हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। भगवान बुद्ध आज और ज्यादा प्रासंगिक हैं। आदिकाल से ही भोंगापाल क्षेत्र का समृद्धशाली इतिहास रहा है। विश्व को प्रज्ञा, शील, करूणा एवं शांति का संदेश देने वाले भगवान गौतम बुद्ध आज भी प्रासंगिक हैं, बुद्ध ज्यादा ज्ञानी थे वैज्ञानिक थे। सभी लोगों के सहयोग से बुद्ध के इस प्रतिज्ञा स्थल चैत्यगृह भोंगापाल को पुर्नजीवित करेंगे। सिरपुर,भोंगापाल जैसे अन्य क्षेत्रों की कलाकृति एवं निर्माण की अवधि एक समान है। हर काल एवं समय में अलग अलग तकनीक होती है। यह क्षेत्र हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। छठी शताब्दी में भी हमारे पूर्वज समृद्धशाली थे। 15 सौ साल पहले यह क्षेत्र बुद्धिजम का क्षेत्र रहा होगा। बस्तर वासियों का विचार बुद्ध के विचार से मिलता है।