० बेमेतरा के सहसपुर में बरगद की छांव तले सीएम साय की चौपाल, गांव को मिली विकास की सौगात
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के सहसपुर गांव में उस वक्त मानो आश्चर्य और उल्लास की लहर दौड़ गई, जब आसमान में गूंजती हेलीकॉप्टर की आवाज ने सबको चौंका दिया। ग्रामीण जैसे ही बाहर निकले, सामने थे खुद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, सुशासन तिहार के तहत अचानक जनसंपर्क पर! मैं आप लोगों की दुख-तकलीफ जानने आया हूँ, मुख्यमंत्री ने गांव के चौपाल में बरगद की छांव तले खाट पर बैठकर जब यह कहा, तो गांववालों की आंखों में उम्मीद की चमक और चेहरे पर सुकून साफ नजर आया।
बिना तामझाम, बिना पूर्व सूचना – खुद जनता के बीच पहुंचे सीएम साय
कोई औपचारिकता नहीं, कोई मीडिया शो नहीं – सीधे जनता से संवाद! मुख्यमंत्री साय ने गांव की गलियों से लेकर दिलों तक की दूरी मिनटों में मिटा दी। ग्रामीणों ने चंदन से आरती की, फूलों की माला पहनाकर कहा – राम राम जी गा, मुख्यमंत्री जी!
बरगद के नीचे खाट पर बैठ हुई चौपाल, योजनाओं का लिया फीडबैक
मुख्यमंत्री ने महतारी वंदन, नल-जल योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, शिक्षा, बिजली, सड़क – हर मुद्दे पर ग्रामीणों से सीधा फीडबैक लिया। पूनम साहू ने मंच से कहा महतारी वंदन योजना से हमारी गृहस्थी संभली है। हर महीने की राशि से बच्चों की पढ़ाई और जरूरतें पूरी हो रही हैं।
घोषणाओं की बौछार – स्कूल भवन, मंदिर सौंदर्यीकरण और 33 केवी सब स्टेशन की सौगात
ग्रामीणों की मांग पर मुख्यमंत्री ने किया: हायर सेकेंडरी स्कूल के नए भवन की मंजूरी
13वीं-14वीं सदी के फणी नागवंशी शिव मंदिर और हनुमान मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण का ऐलान
गांव को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की घोषणा
33 केवी विद्युत सब स्टेशन की स्थापना
मुख्यमंत्री ने कहा – महाशिवरात्रि के मेले में मैं खुद सहसपुर आऊंगा!
सरकार की नीयत साफ, मंशा विकास की – सीएम साय
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने 18 लाख आवासों को मंजूरी, किसानों को दो साल का बोनस, और 3100 रुपये प्रति क्विंटल पर धान खरीदी जैसे वादे निभाए हैं। सुशासन तिहार सिर्फ जश्न नहीं, जनता से सीधा संवाद है, उन्होंने कहा।
बेमेतरा के सहसपुर से निकला भरोसे का संदेश – सरकार हमारे घर आई है
इस अभूतपूर्व दौरे ने यह साबित कर दिया कि मुख्यमंत्री केवल राजधानी में नहीं, बल्कि जनता के दिलों में हैं। गांव-गांव तक सरकार की पहुंच और जवाबदेही का यह नया अध्याय, छत्तीसगढ़ के सुशासन की सच्ची तस्वीर है।