० चार महीने में दूसरा हादसा, लिफ्ट मेंटेनेंस की लापरवाही से फिर गई एक और जान
दुर्ग। शहर के नामी व्यवसायिक परिसर चौहान स्टेट में एक बार फिर लापरवाही का कहर देखने को मिला है। तीसरी मंजिल पर खुले लिफ्ट के दरवाज़े से नीचे गिरकर राजा बान्दे (40) की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा मंगलवार तड़के 4 से 5 बजे के बीच का बताया जा रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस के अनुसार, लिफ्ट तीसरी मंजिल पर नहीं थी लेकिन उसका दरवाज़ा खुला हुआ था। राजा बान्दे ने सोचा लिफ्ट मौजूद है और जैसे ही कदम आगे बढ़ाया, वह सीधे लिफ्ट के खाली शाफ्ट में गिर पड़ा। वह पहली मंज़िल पर लिफ्ट की छत से टकराया और गंभीर रूप से घायल हो गया।
एसडीआरएफ का रेस्क्यू ऑपरेशन – मौत से जंग हार गया राजा
घटना की सूचना मिलते ही सुपेला पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने रस्सियों और आधुनिक उपकरणों की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद राजा को बाहर निकाला। जब तक उसे अस्पताल पहुंचाया गया, उसकी हालत नाज़ुक थी। इलाज के दौरान राजा ने दम तोड़ दिया।
चौहान स्टेट – मौत की इमारत?
यह पहला मामला नहीं है! चार महीने पहले भी चौहान स्टेट में लिफ्ट हादसे में विनय गुप्ता (32) की मौत हो चुकी है। अब फिर एक जान चली गई। सवाल यह उठता है कि लगातार हादसों के बाद भी चौहान स्टेट में लिफ्ट की मेंटेनेंस क्यों नहीं सुधारी गई?
लापरवाही या आपराधिक उदासीनता?
तीसरी मंज़िल पर लिफ्ट मौजूद नहीं थी, फिर दरवाज़ा कैसे खुला? यह तकनीकी गलती नहीं, सीधी-सीधी लापरवाही है। परिसर में आए दिन सैकड़ों लोग आवाजाही करते हैं, क्या प्रबंधन किसी और जान के जाने का इंतज़ार कर रहा है? फिलहाल सुपेला पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।