रायपुर। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन रायपुर में कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एक तीखी प्रेस वार्ता में मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर सीधे प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा यह राजनीतिक बदले की सबसे घटिया मिसाल है। यह देश की आत्मा, उसके इतिहास और लोकतंत्र पर हमला है।
ED को बना दिया Election Department, 98% केस विपक्ष के खिलाफ!
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा मोदी सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को अपनी आपराधिक वसूली मशीन बना दिया है। जहां ED की सजा दर मात्र 1% है, वहीं इसके 98% मामले विपक्षियों के खिलाफ हैं। इससे बड़ा लोकतांत्रिक मजाक क्या हो सकता है?
नेशनल हेराल्ड – एक अखबार नहीं, स्वतंत्रता संग्राम की जीवित धरोहर
उन्होंने जोर देकर कहा कि नेशनल हेराल्ड कोई व्यापार नहीं, स्वतंत्रता संग्राम की चेतना है। 1937 में पंडित नेहरू, आचार्य नरेंद्र देव और रफी अहमद किदवई जैसे महापुरुषों ने इसे भारत की आवाज़ बनाया था, जिसे अंग्रेजों ने खतरा मानकर 1942 में बंद कर दिया था।
जब पैसा ट्रांसफर नहीं हुआ, तो मनी लॉन्ड्रिंग कहां?
नेशनल हेराल्ड केस को लेकर उन्होंने पूरी कहानी साफ करते हुए कहा 90 करोड़ रुपये कांग्रेस ने AJL को बचाने के लिए दिए, जिससे कर्मचारियों के वेतन, पीएफ और बकाया चुकाए गए। यह एक सामान्य कॉर्पोरेट पुनर्गठन है, जिसे अब मनी लॉन्ड्रिंग कहा जा रहा है जब पैसा ही नहीं घूमा, तो लॉन्ड्रिंग कहां?
गांधी परिवार को निशाना बनाना BJP का जुनून बन चुका है
उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी – सबको लगातार निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि भाजपा गांधी परिवार से डरती है, और कांग्रेस की विचारधारा से बौखलाई हुई है। सुप्रिया श्रीनेत ने तीखे लहजे में कहा ये सरकार डर से चल रही है, और डराकर राज करना चाहती है। लेकिन हम चुप नहीं बैठेंगे।
भाजपा की दोहरी नीति, एक तरफ पंचजन्य को विज्ञापन, दूसरी तरफ नेशनल हेराल्ड पर सवाल
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार खुद RSS के मुखपत्रों – पंचजन्य, ऑर्गनाइजर और तरुण भारत को करोड़ों के सरकारी विज्ञापन देती है, फिर नेशनल हेराल्ड पर सवाल क्यों? उन्होंने पूछा क्या ये लोकतंत्र है, या मीडिया का गला घोंटने की कोशिश?
भाजपा को स्वतंत्रता संग्राम की विरासत से चिढ़ है
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा जो लोग अंग्रेजों के साथ खड़े थे, वे आज नेहरू की विरासत पर सवाल उठा रहे हैं। नेशनल हेराल्ड को बदनाम करना दरअसल उस संघर्ष को मिटाने की कोशिश है, जो कांग्रेस ने इस देश के लिए लड़ा था। प्रेस वार्ता में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, भूपेश बघेल, चरणदास महंत, जरिता लेटफलांग, मलकीत सिंह गैदू, सुशील आनंद शुक्ला, घनश्याम तिवारी, वंदना राजपूत और अजय गंगवानी जैसे वरिष्ठ नेता मौजूद थे।