कांग्रेस और एक परिवार ने अपने निजी स्वार्थों के लिए संविधान को बदला, देश के हितों से किया समझौता : उप मुख्यमंत्री अरुण साव

0 संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं, भूपेश बघेल को मालूम नहीं क्या : डिप्टी सीएम अरुण साव

रायपुर। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आज रायपुर निवास में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि, विदेशों में जाकर देश का अपमान करना कांग्रेस नेताओं की आदत हो गई है। यह बहुत दुर्भाग्यजनक है, इसीलिए कांग्रेस की लगातार हार हो रही है। श्री साव ने कहा कि, कांग्रेस ने अपने निजी स्वार्थों के लिए संविधान को बदलकर तार-तार किया, एक परिवार के हित के लिए संविधान की अवहेलना की, कांग्रेस ने आजादी के बाद देशवासियों के साथ अन्याय किया। आज वे न्याय यात्रा निकाल रहे हैं।

उप मुख्यमंत्री साव ने कहा कि, उनके नेता ने भारत जोड़ो और न्याय यात्रा निकाला, इसके बावजूद कांग्रेस की दुर्दशा हुई। वहीं एक बार फिर राहुल गांधी विदेश जाकर भारत को अपमानित करने का काम किया है। विदेश में जाकर चुनाव आयोग पर आरोप लगा रहे हैं। और उसी कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद जश्न मनाया, तब उन्हें चुनाव आयोग पर अविश्वास नहीं हुआ।

श्री साव ने कहा कि, वे हरियाणा में हार गए और जम्मू-कश्मीर में जीत गए, इसी तरह महाराष्ट्र में हार गए, झारखंड में जीत गए तो महाराष्ट्र में हारने पर चुनाव आयोग को दोष दे रहे हैं। झारखंड में गठबंधन को जीत मिलने पर चुप है। ये लोग समय-समय पर अपना हित लेकर बयान बदलते रहते हैं। सच्चाई यह कि, वे अपनी कमजोरी, कमी, विफलता को स्वीकार करने के बजाय संवैधानिक संस्थाओं पर आरोप लगाते हैं।

श्री साव ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आदिवासियों के हिन्दू होने से इनकार करने और उनके आरक्षण समाप्ति के झूठे आरोप को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस नेताओं ने देश में संविधान के नाम पर भ्रम फैलाने का काम किया है। अब छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल भी वहीं कर रहे हैं। उन्हें मालूम नहीं है कि संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण देने का कोई प्रावधान नहीं है। जाति वर्ग के आधार पर आरक्षण देने की व्यवस्था है।

इससे पता चलता है कि, भूपेश बघेल समाज को तोड़ने के लिए यह बयान दिया है। आदिवासी समाज प्रकृति के उपासक है, यह उनकी परंपरा है। निश्चित रूप से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सही कहा है और भूपेश बघेल जी झूठ बोल रहे हैं।

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