रायपुर। छत्तीसगढ़ में बढ़ते अपराध और सरकार की चुप्पी के खिलाफ आज राजधानी रायपुर की सड़कों पर कांग्रेस का ज़बरदस्त शक्ति प्रदर्शन देखने को मिला। पीसीसी चीफ दीपक बैज के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने सीएम निवास घेराव की कमान संभाली। इससे पहले रायपुर नगर निगम के सामने जुटी कांग्रेस की जनसभा ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया।
सभा में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने मंच से साय सरकार पर ऐसा हमला बोला जिसकी गूंज सीएम हाउस तक साफ सुनाई दी। महिलाओं पर अत्याचार, नाबालिगों से दुष्कर्म, हत्या, लूटपाट के आंकड़े गिनाते हुए कांग्रेस ने सरकार को घेरते हुए कहा यह शासन नहीं, अपराधियों का संगठित तंत्र बन गया है।
कांग्रेस की सीधी चुनौती: अब नहीं सहेंगे सन्नाटा
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने मंच से गरजते हुए कहा 42 डिग्री हो या 45, हमारी बेटियों को बचाने से हमें कोई नहीं रोक सकता। आज नौवीं की छात्रा के साथ रेप होता है, बच्ची गर्भवती हो जाती है और प्रशासन सोया रहता है। हर तीन घंटे में एक रेप… क्या यही है विष्णु का सुशासन?
दीपक बैज ने सीएम विष्णुदेव साय पर तीखा प्रहार करते हुए कहा ये मुख्यमंत्री नहीं, भक्षक की भूमिका में हैं। गृह मंत्री बंगाल की चिंता कर रहे हैं, तो इस्तीफा देकर वहीं चले जाएं। यहां की जनता को भगवान भरोसे छोड़ रखा है।
रामराज्य की बात, लेकिन चारों ओर अराजकता: धनेंद्र साहू
पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू ने कहा छत्तीसगढ़ जो कभी शांति का टापू था, आज अपराध का गढ़ बन चुका है। रामराज्य की बात करने वाली बीजेपी ने राज्य को जंगलराज में धकेल दिया है।
जनता का सरकार से उठ चुका है भरोसा: उमेश पटेल
विधायक उमेश पटेल बोले बलौदाबाजार में प्रशासन पस्त है, बलरामपुर में जनता पुलिस को पीट रही है। ये सरकार की नहीं, अव्यवस्था की तस्वीर है। डेढ़ साल में छत्तीसगढ़ की छवि धूमिल हो गई है।
बस्तर में बयानबाज़ी बंद करें – बैज का आदिवासी मुद्दों पर तीखा कटाक्ष
दीपक बैज ने तंज कसते हुए कहा जो नेता खुद को आदिवासी नहीं मानते, वो बस्तर में जाकर आदिवासियों के लिए भाषण झाड़ रहे हैं। इन्हें क्या पता जंगल, जमीन और जल की लड़ाई क्या होती है?
बेटियों की सुरक्षा नहीं कर सकते, तो कुर्सी छोड़ो – फूलो देवी नेताम
महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलो देवी नेताम ने कहा अगर आपकी सरकार बच्चियों को सुरक्षा नहीं दे सकती, तो फिर गद्दी पर रहने का हक नहीं है। आज हम यहां इसलिए खड़े हैं ताकि आपकी नींद खुल सके।