जगदलपुर। कलेक्टर ऑफिस में मुख्यमंत्री बैठक में मशगूल थे और बाहर कांग्रेसी प्रदर्शन करते रहे। ईडी, सीबीआई और अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों के कथित दुरूपयोग के विरोध में कांग्रेसी हल्ला बोल आंदोलन कर रहे थे। हाल ही में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ ईडी द्वारा आरोप पत्र दाखिल किया गया है। इसे लेकर कांग्रेसी उद्वेलित हो उठे हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने इसे राज्य की शक्ति का एक भयावह दुरुपयोग बताते हुए कहा है कि यह लोकतांत्रिक विपक्ष के विचार पर सीधा हमला है, सत्तारूढ़ शासन द्वारा राजनीतिक धमकी का एक भद्दा प्रयास है। यह बदले की राजनीति के अलावा और कुछ नहीं है।
कांग्रेस पार्टी और उसका नेतृत्व कभी चुप नहीं रहेगा। हमने पहले भी भारत की आत्मा के लिए लड़ाई लड़ी है और हम फिर से ऐसा करेंगे। सत्य, न्याय और संवैधानिक लोकतंत्र के मूल्य हमारे लिए अविभाज्य हैं। सत्यमेव जयते सिर्फ एक नारा नहीं है, यह एक दृढ़ विश्वास है। कांग्रेस हाईकमान ने सभी प्रदेश कांग्रेस कमेटियों को निर्देश दिया है कि वे बुधवार, 16 अप्रैल को राज्य मुख्यालयों में प्रवर्तन निदेशालय कार्यालयों के सामने और जिला स्तर पर केंद्र सरकार के कार्यालयों के सामने विरोध प्रदर्शन करें। हाईकमान ने इन विरोध प्रदर्शनों में राज्य के वरिष्ठ नेताओं, विधायकों, सांसदों, फ्रंटल संगठनों के नेताओं, पार्टी पदाधिकारियों और सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को शामिल करने के निर्देश दिए थे। इसी के परिपालन में आज जिला मुख्यालय जगदलपुर में कलेक्ट्रेट के सामने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ जुट गई थी। भाजपा, केंद्र एवं राज्य सरकारों के खिलाफ कांग्रेसी जमकर नारेबाजी कर रहे थे। इस दौरान कलेक्टर कार्यालय के अंदर मुख्यमंत्री बस्तर कलेक्टर के साथ मीटिंग कर रहे थे।