जगदलपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जगदलपुर रेस्ट हाउस में पुलिस जवानों द्वारा दिए गए गार्ड ऑफ ऑनर को एक गौरवपूर्ण क्षण करार दिया और कहा यह मेरे लिए सचमुच गौरव की बात है। बस्तर के सभी पुलिस जवानों के शौर्य और साहस को शत-शत नमन!
सीएम ने अपने संदेश में यह भी कहा आपके अदम्य साहस और मेहनत के परिणामस्वरूप बस्तर नक्सल मुक्त बनेगा, यह मेरा विश्वास है। यह कदम निश्चित ही स्थानीय लोगों के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव लाएगा।
इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में जगदलपुर कलेक्टर कार्यालय में आयोजित एक समीक्षा बैठक में बस्तर संभाग की समस्याओं और विकास योजनाओं पर गहन चर्चा की गई। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, डीजीपी अरूण देव गौतम और प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह समेत कई अन्य प्रमुख अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने साफ किया कि उनका उद्देश्य बस्तर को नक्सलवाद से पूरी तरह से मुक्त करना है और इस दिशा में सभी अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए। बैठक में विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की गई और अधिकारियों की परफॉर्मेंस का मूल्यांकन किया गया। विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सीएम ने स्थानीय जनता के कल्याण की योजनाओं का विशेष जिक्र किया। मुख्यमंत्री का संकल्प स्पष्ट था: बस्तर का हर कोना नक्सल मुक्त होगा और हर नागरिक को विकास का लाभ मिलेगा।
इस बैठक में आयुक्त, आईजी पुलिस, कलेक्टर, एसपी, जिला पंचायत सीईओ, और नगर निगम आयुक्त समेत अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे, जो बस्तर संभाग की सुरक्षा और विकास को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं।