0 कार्रवाई के बाद भी नहीं रुक रहा अवैध रेत खनन
बालोद। जिले के गुंडरदेही क्षेत्र के ग्रामीण अंचल में खुले आम रेत खनन की कई शिकायतों और समाचार पत्रों में खबर प्रकाशन के बाद गहरी नींद में सोए खनिज विभाग की नींद खुली और उसने कार्रवाई करने की जहमत उठाई। इसके बाद भी अंचल में रेत खनन का अवैध कार्य फिर पनपने लगा है, जिससे आसपास के ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।
सरकार को लाखों की रॉयल्टी का चूना लगा रहे खनन माफियाओं द्वारा रेत खनन और सप्लाई का कार्य कर करोड़ों की कमाई की जा रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या औचित्य रहा विभागीय कार्रवाई का ? क्या खनिज विभाग की कारवाई खानापूर्ति मात्र थी जो कार्रवाई उपरांत भी खनन जारी है ? क्या खुलेआम चल रहे अवैध रेत खनन के बारे में खनिज विभाग को किसी प्रकार की सूचना नहीं है? इधर पतासाजी करने पर खबर मिली कि खनिज अधिकारी का जिले के कोड़ ग्राम के खनिज माफियाओं से मधुर अच्छे संबंध हैं। खनन माफिया के खिलाफ कोई नेता या ऊपरी अधिकारी संपर्क करना चाहे तो खुद को प्रशासनिक तंत्र से ऊपर समझने वाली खनिज अधिकारी उनका और पत्रकारों का फोन उठाना मुनासिब समझती हैं।ग्रामीणों द्वारा मुखर होकर इस अवैध खनन का विरोध किया जा रहा है। इस पर विभागों की चुप्पी संदेह पैदा करती है कि कहीं विभाग के संरक्षण में तो यह खेल नहीं चल रहा है? आने वाले वक्त में कोई ठोस कार्रवाई कर इस खनन के कार्य को बाधित किया जाता है या यूंही खनिज विभाग की सुस्ती से माफियाओं के द्वारा शासन को लाखों की चपत लगती रहेगी।