रायपुर। छत्तीसगढ़ की सियासत में इस वक्त झुनझुना पॉलिटिक्स जमकर गूंज रही है। कांग्रेस के दिग्गज आदिवासी नेता और पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के संभावित मंत्रिमंडल विस्तार पर तीखा तंज कसते हुए कहा ये मंत्रिमंडल नहीं, महज झुनझुना है जो जनता को बजाकर बहलाने के लिए लाया जा रहा है।
अमरजीत भगत का ये बयान तब आया है जब बीजेपी सोशल मीडिया ग्रुप्स में 10 अप्रैल को मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं जोरों पर हैं। तीन नए मंत्रियों की शपथ, दर्जनों संसदीय सचिवों की ताजपोशी और विधानसभा उपाध्यक्ष के चयन की खबरों के बीच भगत ने सीधा हमला बोला।
राजेश मूणत और अजय चंद्राकर जैसे पुराने योद्धाओं को लिस्ट से ही गायब कर दिया गया है। अब नितिन नबीन आएंगे और झुनझुना बजाएंगे अमरजीत भगत ने चुटकी लेते हुए कहा।
उन्होंने बृजमोहन अग्रवाल द्वारा बर्खास्त बीएड सहायक शिक्षकों के समायोजन को लेकर लिखे गए पत्र पर भी निशाना साधते हुए उसे पेपर बम करार दिया और कहा जब केंद्र और राज्य सरकार के बीच ही तालमेल नहीं है तो जनता की समस्याओं का समाधान कैसे होगा? हमारी बहन-बेटियां शिक्षा और रोज़गार के लिए सड़क पर उतर चुकी हैं, लेकिन सत्ता पक्ष के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही। सत्ता सिर्फ ऐशो-आराम के लिए नहीं, ज़िम्मेदारी निभाने के लिए होती है।
बता दे कि प्रदेश में भाजपा की नई सरकार बनने के बाद अब तक मंत्रिमंडल विस्तार की औपचारिक घोषणा नहीं हुई है, जिससे न केवल भाजपा के भीतर बल्कि जनता के बीच भी बेचैनी है। ऐसे में कांग्रेस के इस ताबड़तोड़ हमले ने राजनीतिक तापमान और बढ़ा दिया है।