0 जिला पंचायत अध्यक्ष ने प्रशासन को ठहराया दोषी
जगदलपुर। बस्तर संभाग के सुकमा जिले के कोंटा ब्लॉक की इंजरम ग्राम पंचायत में स्थित बालक आश्रम के छात्र कोडी नवीन की शबरी नदी में डूबने से मौत हो गई। मृतक चौथी कक्षा में पढ़ता था। आश्रम प्रबंधन ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। जिला पंचायत अध्यक्ष मंगम्मा सोयम एवं उपाध्यक्ष महेश कुंजाम ने बालक आश्रम का निरीक्षण कर छात्रों से चर्चा की और पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी ली।
निरीक्षण के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष मंगम्मा सोयम ने इस मामले में तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर नोडल अधिकारी राजू टंडिया, मंडल संयोजक, आश्रम अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उनके साथ कोंटा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी भी थे। जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष मृत छात्र के पैतृक गांव भी पहुंचे और अंतिम संस्कार में शामिल होकर शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी। उन्होंने परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया और प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करवाने का भरोसा दिलाया।
प्रशासन जिम्मेदार: सोयम
जिला पंचायत अध्यक्ष मंगम्मा सोयम ने बच्चे की मौत पर प्रशासन को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने इस घटना को प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम बताते हुए दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। श्रीमती सोयम ने कहा यह हादसा शिक्षा विभाग व छात्रावास प्रबंधन की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है। छात्र की सुरक्षा की अनदेखी की गई, जिसके चलते यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। ऐसे में संबंधित अधिकारियों, गार्ड, मैट्रन और आश्रम के कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने आगे कहा इस घटना की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए। साथ ही भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए छात्रावासों में सख्त निगरानी और सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए। यदि प्रशासन उचित कार्रवाई नहीं करता है, तो इसका संपूर्ण जिम्मेदार शासन होगा।
लापरवाही का नतीजा: कुंजाम
इस घटना को लेकर जिला पंचायत उपाध्यक्ष महेश कुंजाम ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। महेश कुंजाम ने कहा यह घटना प्रशासनिक लचरता और शिक्षा व्यवस्था की विफलता का परिणाम है। लगातार छात्रों के साथ इस तरह की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन प्रशासन आंख मूंदे बैठा है। आखिर बच्चे नदी तक कैसे पहुंचे? कौन उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी लेगा?” उन्होंने आगे कहा विगत दिनों कोंटा में भी आश्रम के छात्रों का नदी में नहाने का वीडियो वायरल हुआ था। इससे साफ है कि प्रशासन छात्रों की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है। इस मौत की उचित जांच होनी चाहिए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
वर्सन
अधीक्षक सस्पेंड
आश्रम के अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया है। मंडल संयोजक एवं संस्था के सभी कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जांच जारी है, कोई अन्य अधिकारी या कर्मचारी दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-शरदचंद्र शुक्ला,