0 प्रदेश प्रवक्ता गुप्ता की दो टूक : शराब और आबकारी मामलों में कांग्रेस का कुछ भी कहना “सूप बोले तो बोले, चलनी भी बोले, जिसमें बहत्तर छेद” की कहावत को चरितार्थ करता है
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने कहा है कि शराब और आबकारी मामलों में कांग्रेस का कुछ भी कहना “सूप बोले तो बोले, चलनी भी बोले, जिसमें बहत्तर छेद” की कहावत को चरितार्थ करता है। श्री गुप्ता ने कहा कि अपने शासनकाल में प्रदेश को शराब के दलदल में धकेल देने वाली जिस कांग्रेस ने कोरोना की विभीषिका में भी गाइडलाइन की मर्यादा तक को तार-तार करने में कोई गुरेज नहीं किया और जिस कांग्रेस की भूपेश सरकार की सरपरस्ती में 2 हजार करोड़ रुपए के घोटाले को अंजाम दिया गया, उस कांग्रेस के लोग अब शराब और आबकारी मामलों में घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं!
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री गुप्ता ने कहा कि शराब और आबकारी के मामले पर कांग्रेस नेताओं को बोलने की हिम्मत कैसे हो रही है? कांग्रेसियों को कम-से-कम यह तो नहीं ही भूलना चाहिए कि सबसे बड़ा आबकारी विभाग में घोटाला कांग्रेस सरकार में हुआ और भूपेश सरकार के तत्कालीन आबकारी मंत्री भी अभी जेल में हैं और उनके साथ जो बीच के बिचौलिए थे, अधिकारी थे, वे भी सारे जेल की हवा खा रहे हैं। उनकी जमानत तक नहीं हो रही है। शराब में कांग्रेस सरकार ने टैक्स बढ़ा दिया था। टैक्स बढ़ाकर जनता से टैक्स लूटा और अपनी जेबें भरीं। श्री गुप्ता ने कहा कि अब प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने टैक्स को कम किया है, छत्तीसगढ़ महतारी के खजाने में वह टैक्स आ रहा है और यहाँ के किसान भाई, महतारी और नौजवानों के लिए वह पैसा काम आएगा। रही अनाज की बात, तो पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अपने शासनकाल में 1 रुपए प्रतिकिलो की दर पर चावल उपलब्ध कराया था, लेकिन कांग्रेस की सरकार आई तो उसमें भी 500 करोड़ रुपए का घोटाला कर दिया! यह तो पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने भी स्वीकार किया है कि छत्तीसगढ़ में चावल में घोटाला हुआ है। इससे स्पष्ट है कि कांग्रेसी आँय-बाँय घोटाला करते थे और मुख्यमंत्री श्री साय की सरकार उन्हें साँय-साँय पकड़ रही है।