3 अप्रैल को कुछ बड़ा होने वाला है बस्तर में…

0 बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा में आ रहे हैं मोटा भाई 
0 नक्सलियों के सफाये के लिए बनेगी बड़ी रणनीति 
केंद्रीय गृह मंत्री शाह के
(अर्जुन झा) जगदलपुर। नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग में 3 अप्रैल को कुछ बड़ा होने वाला है, क्योंकि यहां मोटा भाई आ रहे हैं। उनकी उपस्थिति में नक्सलियों के खिलाफ बड़ी रणनीति बन सकती है। नक्सलियों के लिए काल कहे जाने वाले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह संभवतः दंतेवाड़ा आएंगे। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन उनके दंतेवाड़ा प्रवास की तैयारियों में पूरी शिद्दत से जुट गए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मोटा भाई के नाम से भी जाने जाते हैं। उनके दंतेवाड़ा प्रवास को लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। बताया जाता है कि उनका प्रवास 3 अप्रैल को संभावित है। बस्तर पंडुम के संभाग स्तरीय कार्यक्रम के समापन में अमित शाह शामिल होंगे। प्रशासन ने आधिकारिक तौर पर उनके प्रवास का खुलासा अब तक नहीं किया है, लेकिन जिला मुख्यालय दंतेवाड़ा के हाई स्कूल मैदान पर लगभग 50 हजार लोगों की क्षमता वाले अस्थायी डोम शेड का निर्माण पिछले दो सप्ताह से चल रहा है। प्रशासन व पुलिस के बड़े अधिकारी केंद्रीय गृह मंत्री के प्रवास को लेकर तैयारियों में जुटे हैं। तैयारी की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम व गृहमंत्री विजय शर्मा और कृषि मंत्री रामविचार नेताम भी आयोजन स्थल पहुंचकर तैयारियों का जायजा ले चुके हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का दंतेवाड़ा प्रवास कई मायनों में अहम है। बस्तर पंडुम तो एक बहाना है, असल मकसद तो बस्तर की धरती से नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ फेंकना है। चूंकि केंद्र सरकार ने नक्सलवाद के समूल खात्मे के लिए अगले साल 31 मार्च 2026 तक की डेड लाइन तय कर रखी है। लिहाजा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दंतेवाड़ा प्रवास के दौरान नक्सलवाद के खिलाफ किसी बड़ी रणनीति का शंखनाद भी कर सकते हैं। उल्लेखनीय है जबसे केंद्र और छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकारें आई हैं, तबसे नक्सलियों के बुरे दिन शुरू हो गए हैं। प्रायः हर हफ्ते मुठभेड़ों में दर्जनों नक्सली मारे जा रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा ठोस रणनीति के तहत काम करते हुए पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर एंटी नक्सल ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं। 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद के समूल सफाये के संकल्प को पूरा करने में छत्तीसगढ़ पुलिस, डीआरजी, बस्तर फाइटर्स, सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी, कोबरा बटालियनें, एसटीएफ, सीएएफ आदि बलों के जवान पूरे जोशो खरोश के साथ लगे हुए हैं। माना जा रहा है कि 3 अप्रैल को इन सभी फोर्सेस के मुखियाओं के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा दंतेवाड़ा या जगदलपुर में बड़ी बैठक कर सकते हैं।

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