कोंडागांव। जिले में एक शातिर गिरोह ने फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर दिनदहाड़े लूट की वारदात को अंजाम दिया, लेकिन कोंडागांव पुलिस ने महज चार दिनों के भीतर ही इस गिरोह का पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने गिरोह के मास्टरमाइंड समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 4.38 लाख रुपये नकद, दो लग्जरी कारें (इनोवा और XUV 300) और 9 मोबाइल फोन जब्त किए हैं। जब्त सामग्रियों की कुल कीमत 37.38 लाख रुपये आंकी गई है।
कैसे दिया वारदात को अंजाम?
19 मार्च को दोपहर 2:30 बजे चार लोग इनोवा कार (CG 10 BM 3041) में सवार होकर अजय मानिकपुरी के घर पहुंचे। उन्होंने खुद को इनकम टैक्स अधिकारी बताते हुए अजय को जबरन कब्जे में लिया और घर में घुसकर 5 लाख रुपये नकद, गल्ले में रखी रकम और सीसीटीवी कैमरे का DVR लूट लिया। इस दौरान वहां मौजूद पुष्कर ठाकुर का मोबाइल भी छीन लिया गया।
इस सनसनीखेज घटना की रिपोर्ट 23 मार्च को कोंडागांव थाने में दर्ज कराई गई, जिसके बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई शुरू की।
ऐसे फंसे पुलिस के शिकंजे में
कोंडागांव पुलिस अधीक्षक वाय अक्षय कुमार के निर्देश पर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कौशलेन्द्र देव पटेल के मार्गदर्शन में अनुविभागीय अधिकारी रूपेश कुमार और साइबर सेल प्रभारी उप पुलिस अधीक्षक सतीश भार्गव की विशेष टीम ने तकनीकी जांच शुरू की। जांच में इनोवा कार की लोकेशन रायपुर में मिली, जिसके बाद पुलिस ने रायपुर में छापेमारी कर आरोपियों को धर दबोचा।
पूछताछ में गिरोह के मास्टरमाइंड साजेन्द्र बघेल (29 वर्ष) ने कबूल किया कि उसने इस लूट की पूरी साजिश रची थी। बताया जाता है कि साजेन्द्र पहले भी नौकरी के नाम पर ठगी कर चुका है।
गिरफ्तार आरोपी:
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साजेन्द्र बघेल (29 वर्ष) – मास्टरमाइंड, निवासी ग्राम बम्हनी, कोंडागांव
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सुरेन्द्र कुमार कुर्रे (29 वर्ष) – निवासी मराकोना, थाना सरगांव, जिला मुंगेली
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लेखराम सिन्हा (39 वर्ष) – निवासी बजनपुरी, जिला कांकेर
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प्रभदीप सिंह (30 वर्ष) – निवासी बिरगांव, रायपुर
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प्रियांक शर्मा (22 वर्ष) – निवासी हिमालियन हाईट्स, रायपुर