० प्रधानमंत्री मोदी की होगी बिलासपुर में ऐतिहासिक सभा, करोड़ों के विकास कार्यों की देंगे सौगात : उप मुख्यमंत्री अरुण साव
० गर्मी में पेयजल की समस्या से निपटने के लिए सभी विभाग समन्वय बनाकर करेंगे काम, बैठक में दिए आवश्यक दिशा निर्देश : उप मुख्यमंत्री अरुण साव
रायपुर। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने रायपुर निवास में कहा कि, बीजापुर दंतेवाड़ा नारायणपुर जिले के सीमावर्ती इलाके में सुरक्षाबल के जवानों ने मुठभेड़ में तीन नक्सलियों को मार गिराया है। इस सफलता के लिए जवानों को बधाई एवं शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि,सुरक्षाबलों के साहस और पराक्रम को नमन करता हूं। देश और प्रदेश में नक्सलवाद अपनी अंतिम सांसे गिन रही है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जी ने 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद खत्म करने की प्रतिबद्धता जताई है। जवानों की लगातार कार्रवाई से बस्तर जल्द नक्सल मुक्त होगा।
श्री साव ने कहा कि, छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त करने सुरक्षा बल के जवान पूरी बहादुरी और मुस्तैदी से काम कर रहे हैं। हमारे जवान कठिन और दुर्गम स्थानों पर जाकर मिशन को अंजाम दे रहे हैं। पिछले दिनों बीजापुर जिले के बैलाडीला की पहाड़ियों में ऑपरेशन कर एक बड़ी सफलता हासिल की थी।
बिलासपुर में होगी पीएम मोदी की ऐतिहासिक सभा, तैयारी अंतिम चरण में
30 मार्च को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मोहभट्ठा बिलासपुर में आगमन है। इस आगमन को यादगार और ऐतिहासिक बनाने के लिए तैयारी जोरों पर चल रही है। श्री साव ने बताया कि, प्रधानमंत्री जी यहां अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन करेंगे। छत्तीसगढ़ को हजारों करोड़ रुपए की सौगात देंगे। उन्होंने बताया कि, बिलासपुर में शाम को संभाग के प्रमुख अधिकारी एवं जन प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण बैठक रखी गई है। वहीं राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। सरकार के स्तर में तैयारी को अंतिम रूप देने बैठकें हो रही है।
पेयजल संकट से निपटने अधिकारियों को दिए निर्देश
प्रदेश में भीषण गर्मी का प्रकोप देखने को मिल रहा है। कई जगहों पर जलस्तर नीचे जाने की खबरें आ रही हैं। जिसे ध्यान में रखकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कल एक बैठक ली। जिसमें नगरीय प्रशासन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, पंचायत एवं ग्रामीण, ऊर्जा, जल संसाधन विभाग के साथ विस्तृत चर्चा हुई। सभी विभाग समन्वय बनाकर कार्य करेंगे। बैठक में पेयजल की तात्कालिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। हैंडपंप, ट्यूबवेल, अन्य जल स्रोतों का निरीक्षण किया जाए, इस दौरान जो खराबी मिले, उसे तत्काल दूर किया जाए, जहां भी तात्कालिक रूप से जरूरत पड़े, वहां बोर खनन किया जाए, ग्रामीणों के निस्तारी के लिए तालाबों को भरने की व्यवस्था की जाए। किसी प्रकार की दिक्कत ना हो, इसके लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने निर्देशित किया है।