0 आदिवासी समाज का गौरव बढ़ाया रुपसिंह ने
बकावंड। विकासखंड बकावंड के ग्राम संघ करमरी के निवासी रूपसिंह बघेल ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन के दम पर से ऑल इंडिया बार परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। यह न केवल उनके लिए बल्कि पूरे आदिवासी समाज के लिए गर्व का विषय है।
रूपसिंह आदिवासी युवा छात्र संगठन के सचिव हैं। रुपसिंह ने यह सिद्ध कर दिया है कि अगर नीयत और मेहनत सही हो, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। रूपसिंह की इस सफलता ने आदिवासी समुदाय के बीच एक नई उम्मीद और प्रेरणा की किरण जगाई है। उनका यह संघर्ष और सफलता यह साबित करती है कि समाज में हर वर्ग और जाति के लोग समान अवसरों के साथ सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंच सकते हैं। आदिवासी समाज के लिए यह एक नई दिशा है, जहां पर शिक्षा और समाज सेवा के माध्यम से वे अपने अधिकारों और पहचान के लिए संघर्ष कर सकते हैं। रूपसिंह बघेल का मानना है कि शिक्षा और कानून की समझ हर समाज के लिए महत्वपूर्ण है। उनका उद्देश्य आदिवासी समुदाय को न्याय, समानता और अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने अपने संघर्ष की शुरुआत आदिवासी समाज की न्यायिक, सामाजिक और आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए की थी और इस सफलता ने उन्हें एक मंच दिया है, जिससे वे अपनी आवाज़ और विचारों को और अधिक प्रभावी तरीके से समाज तक पहुँचाने में सक्षम होंगे।
लंबी यात्रा का प्रतिफल
ऑल इंडिया बार परीक्षा में सफल होने के बाद, रूपसिंह बघेल ने बताया कि यह सफलता एक लंबी यात्रा का परिणाम है, जिसमें उन्होंने कई मुश्किलों का सामना किया। लेकिन उनका मानना है कि किसी भी कठिनाई से डरना नहीं चाहिए, बल्कि उसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने इस सफलता को अपने परिवार, गुरुजनों और समाज के प्रत्येक सदस्य की मेहनत और समर्थन का परिणाम बताया। रूपसिंह की इस सफलता ने आदिवासी समाज के उन युवा छात्रों के लिए भी एक रास्ता खोला है, जो अब तक समाज में अपनी पहचान बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। आदिवासी युवा छात्र संगठन के सचिव के रूप में रूपसिंह ने हमेशा आदिवासी छात्रों के हक और शिक्षा के अधिकार के लिए आवाज उठाई है। यह सफलता केवल रूपसिंह के लिए नहीं बल्कि उनके पूरे समाज के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। उनके इस कार्य से न केवल आदिवासी समाज को प्रेरणा मिली है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जब समाज का हर वर्ग एकजुट होकर काम करता है, तो वह सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है। रूपसिंह का कहना है कि उनका अगला कदम आदिवासी समाज के न्यायिक और सामाजिक सुधार की दिशा में काम करने का होगा।