बस्तर नगर पंचायत में कांग्रेस का अभेद्य किला कायम, उपाध्यक्ष चुनाव में भी भाजपा को शिकस्त

०  संगठन की मजबूती और रणनीति ने दिलाई जीत 
०  अनिल परिहार दो वोट से जीते उपाध्यक्ष चुनाव 
जगदलपुर। बस्तर नगर पंचायत चुनाव में कांग्रेस ने एकबार फिर अपनी मजबूत पकड़ को साबित कर दिया है। अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज करने के बाद अब उपाध्यक्ष पद पर भी पार्टी ने सफलता हासिल की है। कांग्रेस प्रत्याशी अनिल परिहार ने 9 मत प्राप्त कर उपाध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया, जबकि भाजपा प्रत्याशी समीर मिश्रा को सिर्फ 7 वोट मिले। इस तरह कांग्रेस ने 2 मतों से जीत दर्ज की और भाजपा को एक और बड़ा झटका दे दिया है। भाजपा ने इस चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी थी, लेकिन कांग्रेस की एकजुटता और संगठन की मजबूती के आगे उनकी रणनीति असफल रही। नगर पंचायत में कांग्रेस के पहले से ही 8 पार्षद थे, जिससे पार्टी मजबूत स्थिति में थी उपाध्यक्ष पद के लिए भी पार्टी ने अपनी एकता बनाए रखी और अंततः जीत हासिल कर ली। इस चुनाव को लेकर कई राजनीतिक दांव-पेंच खेले गए।भाजपा ने चुनाव की तारीख दो बार बदलवाने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेस पार्षदों को तोड़ने में असफल रही। इसके बावजूद कांग्रेस नेतृत्व ने अपने पार्षदों को संगठित रखा और जीत सुनिश्चित की।

बघेल, परिहार की कुशल रणनीति

इस जीत के पीछे कांग्रेस नेताओं की कुशल रणनीति भी महत्वपूर्ण कारक रही। विधायक लखेश्वर बघेल ने पूरे चुनावी प्रक्रिया के दौरान अपने पार्षदों को संगठित रखा और भाजपा की रणनीतियों को विफल किया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव फतेसिंह परिहार, जिन्हें बस्तर कांग्रेस का रणनीतिकार कहा जाता है, उन्होंने अपने राजनीतिक अनुभव और कुशल रणनीति का पूरा लाभ पार्टी को दिलवाया। जिला कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष प्रेम शंकर शुक्ला के लिए भी यह जीत एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जिससे उनका प्रभाव और संगठन में पकड़ और मजबूत हुई है।

जनता की जीत: लखेश्वर बघेल

इस जीत पर विधायक बस्तर लखेश्वर बघेल ने कहा कि यह जीत बस्तर की जनता की जीत है।कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मेहनत और जनता का विश्वास हमारी ताकत है आने वाले चुनावों में भी हम इसी तरह मजबूती से आगे बढ़ेंगे। बस्तर नगर पंचायत चुनाव प्रभारी पूर्व विधायक राजमन बेंजाम ने भी विजयी प्रत्याशियों को बधाई देते हुए कहा कि यह कांग्रेस की नीतियों और जमीनी पकड़ का नतीजा है।नगर पंचायत चुनाव में मिली यह जीत कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए संजीवनी साबित होगी। इससे पार्टी का मनोबल और आत्मविश्वास बढ़ेगा और आगामी चुनावों में कार्यकर्ताओ में जोश बना रहेगा। बस्तर में कांग्रेस की यह जीत संगठन की दृढ़ता, नेतृत्व की कुशलता और कार्यकर्ताओं की एकजुटता को दर्शाती है। भाजपा के लिए यह हार आत्ममंथन का विषय है कि आखिर वह क्यों इस किले को भेदने में बार-बार असफल हो रही है।
इस दौरान प्रेमशंकर शुक्ला, चंपा ठाकुर, बालेश दुबे, गोपाल तिवारी, गणेश बघेल, देवकी भद्रे, फतेहसिंह परिहार, सूरज कश्यप, शंकर बघेल, शोभा मार्कँडेय, छविश्याम तिवारी, राम्या राम मौर्य, रियाज खान, हुसैन खान, छोटू परिहार, राजशेखर, संग्राम, लखेश्वर कश्यप, जितेंद्र पटेल, थबीर सिंह, राजेश कुमार,मोहनीश नाग, जितेंद्र तिवारी, तुलसीराम ठाकुर,सत्येंद्र तिवारी,कृपालु कश्यप, अनूप तिवारी, पिंटू यादव,ज्वाला सेंगर, पंकज परिहार, सुलनाथ बघेल, सुखचंद कश्यप, पवन नाग, तुलाराम बघेल, शंकर मौर्य, पूरन शर्मा, नगेंद्र परिहर, रामसिंह परिहार, बिट्टू परिहार, एवं समस्त कार्यकर्त्ता व नगरवासी उपस्थित रहे।

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