विनोबा एप के साथ शैक्षिक गुणवत्ता उन्नयन हेतु बस्तर जिले के खंड शिक्षा अधिकारियों एवं मास्टर्स ट्रेनर्स की हुई कार्यशाला

0 विनोबा एप को लागू करने के लिए जिला प्रशासन एवं ओपन लिंक्स फाउंडेशन के मध्य हुआ एमओयू

जगदलपुर। जिले में शैक्षिक गुणवत्ता उन्नयन के लिए कलेक्टर हरिस एस एवं सीईओ जिला पंचायत प्रतीक जैन के मार्गदर्शन में आचार्य विनोबा भावे शिक्षक सहायक कार्यक्रम लागू करने के लिए बुधवार को जिला स्तरीय कार्यशाला हुई। इस दौरान जिले के सभी विकासखण्डों के खण्ड शिक्षा अधिकारियों एवं मास्टर्स ट्रेनर्स को विनोबा ऐप के बारें में विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके पर जिले में विनोबा एप को कारगर ढंग से क्रियान्वयन करने हेतु जिला प्रशासन और ओपन लिंक्स फाउंडेशन के मध्य एमओयू साइन किया गया। इस दौरान कलेक्टर श्री हरिस ने कहा कि जिले में आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 के तहत शैक्षणिक कार्यक्रमों में विनोबा एप के माध्यम से शैक्षणिक गुणवत्ता को बेहतर करने में मदद मिलेगी। साथ ही समुचित मॉनिटरिंग के लिए यह एप कारगर साबित होगा। उन्होंने उक्त शैक्षणिक एप के सम्बंध में सभी स्कूलों के प्रत्येक शिक्षक-शिक्षिकाओं को 20 अप्रैल तक गहन प्रशिक्षण प्रदान किए जाने के निर्देश दिए।

इस कार्यशाला की औपचारिक शुरुआत में जिला शिक्षा अधिकारी बलीराम बघेल एवं जिला मिशन समन्वयक  अखिलेश मिश्रा द्वारा अवगत कराया गया कि आचार्य विनोबा भावे शिक्षक सहायक कार्यक्रम के अंतर्गत विनोबा ऐप यह ओपन लिंक्स फाउंडेशन की एक अभिनव पहल है, विनोबा ऐप शिक्षक समुदाय के लिए एक ऐसा डिजिटल मंच है जहां शिक्षकों के कार्यों की पहचान और सराहना होती है, शिक्षकों को प्रेरणा मिलती है। साथ ही इसके उपयोग के फलस्वरूप शिक्षकों के बहुमूल्य समय की बचत होगी। जिले में शिक्षकों का समय बचाने सहित शैक्षणिक गतिविधियों की पहचान एवं सीखने सिखाने की प्रक्रिया को प्रभावी बनाने, साथ ही गतिविधियों का आदान प्रदान हेतु व्हाट्सएप का उपयोग कम करने के उद्देश्य से जिले में विनोबा एप की शुरुआत की गई है। जिसमें मुख्य रूप से शिक्षा में नवाचार, शिक्षकों के कार्य सरल करने के लिए, शैक्षणिक गतिविधियां सभी से साझा करने के लिए शेयर एंड लर्न, तथा शिक्षकों के नवनवीन उपक्रम, शिक्षण पाठ्य सामग्री और शिक्षकों को शैक्षणिक सहायता तथा मार्गदर्शन मिलने के लिए जिले में विनोबा ऐप को जिले में सक्रिय किया है। इसका उपयोग करने से शिक्षक, प्रधानपाठक, सीएसी को एक ही जानकारी बार-बार नहीं मांगी जाएगी। वहीं बचत समय का अन्य रचनात्मक गतिविधियों में उपयोग किया जा सकेगा।इसी के साथ व्हाट्सएप ग्रुप में आदेश, प्रपत्र, गतिविधियों के फोटो, वीडियो और मैसेजेस से मोबाइल का स्टोरेज भरने से मोबाइल हैंग होने की समस्या अब नहीं आयेगी, सारा कंटेंट एवं पत्र, आदेश प्रपत्र में सूचनाओं का आदान प्रदान के साथ-साथ गतिविधियों के पोस्ट विनोबा ऐप पर सभी देख पाएंगे।
कार्यशाला में ओपन लिंक्स फाउंडेशन के छत्तीसगढ़ डिवीजनल मैनेजर डॉ. जितेन्द्र सिंह, प्रोग्राम मैनेजर भारत सिन्हा एवं प्रोजेक्ट ऑफिसर सागर गजभिये सहित शिक्षा विभाग के सहायक परियोजना समन्वयक एवं खण्ड स्रोत समन्वयक भी उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *