कवियों ने महापौर संजय पांडे के सामने खोली जगदलपुर की व्यवस्था की पोल

0 कवि सम्मेलन में शामिल हुए महापौर पांडे और सभापति खेमसिंह देवांगन 

जगदलपुर। होली के अवसर पर शहर के लोगों को हंसाने और गुदगुदाने के लिए साहित्य एवं कला समाज जगदलपुर द्वारा अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। टाउन क्लब मैदान दंतेश्वरी मंदिर के सामने जगदलपुर में संपन्न इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महापौर संजय पांडे थे। अतिथि नगर निगम सभापति खेमसिंह देवांगन, पूर्व पार्षद दीप्ति, पार्षद निर्मल पाणिग्रही व पार्षद लक्ष्मण झा ने सैकड़ों श्रोताओं के साथ देर रात तक कविताओं का रसपान किया।
हास्य कवियों की फौज में मप्र के छपारा के मुकेश मनमौजी, वारासिवनी के अंतू झकास, गीदम छग के विशाल आवारा, जगदलपुर से लोक कवि रंगमंच कलाकार नरेंद्र पाढ़ी, डालेश्वरी पांडे, स्मृति मिश्रा, ममता मधु ने काव्य पाठ किया। सनत सागर ने मंच संचालन करते हुए श्रोताओं को बांधे रखा। उन्होंने हंसी ठिठोली करते हुये कहा कि पार्षद यदि अपनी प्रेमिका से प्रेम का इजहार करेंगे तो ये पंक्तियां होंगी-दलपत सागर में उगी जलकुंभियों की तरह तेरे घने बाल हैं, उखड़ी गढ्ढे वाली सड़कों में तकधिन तकधिन करती तेरी चाल है,
शहर के मच्छरों की गुनगुनाहट की तरह तरह तेरे होंठों की सुरताल है, कब तू सज संवर कर बन ठनकर आएगी? यही होंठों पर सवाल ह्रै। मुकेश मनमौजी जी ने कहा- हमारी कविताओं में सरस्वती का वास होता है जो ताली बजाते हैं वो पार्षद होते हैं वे महापौर बन जाते हैं और जो महापौर होते हैं वे विधायक बन जाते हैं। टीवी सीरियल वाह वाह क्या बात के कवि अंतू झकास ने अपनी अदाओं से खूब हंसाया। ममता मधु ने अपनी चिंगारी कविता से महिलाओं का पक्ष रखा और श्रृंगार की कविताएं पढ़ीं।
प्रथम बार मंच साझा करने वाली डालेश्वरी पाण्डे ने अपनी आवाज और रचनाओं से समा बांध दिया।वहीं स्मृति मिश्रा ने अपनी गजल और मुक्तकों से खूब तालियां बटोरी। नरेंद्र पाढ़ी ने अपनी हल्बी रचनाओं से श्रोताओं को हंसने पर मजबूर कर दिया। कुंभ में प्रसिद्ध हुई मोनालिसा और नवजवानों के लेकर कविता पढ़ी। विशाल आवारा ने अपनी गंभीर आवाज में गजल पढ़ी। अपने उद्बोधन में महापौर संजय पाण्डे ने कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज में जुड़ाव बढ़ता है और साहित्य के माध्यम से सामाजिक जागरूकता आती है। हमारे शहर में ऐसी प्रतिभाओं को मंच देने का वे पुरजोर प्रयास करेंगे। भविष्य में कवि सम्मेलन करवाने का पूर्ण प्रयास करेंगे। देर रात तक चले कवि सम्मेलन को शहर के गणमान्य और प्रतिष्ठित जनों की उपस्थिति ने यादगार बना दिया।

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