बस्तर। शासकीय उच्च प्राथमिक शाला अघनपुर में आठवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए एक अत्यंत भावुक और शानदार विदाई समारोह का आयोजन किया गया। यह विशेष कार्यक्रम सरस्वती वंदना और पूजन के साथ प्रारंभ हुआ, जिसके बाद स्वागत गीत से बच्चों का अभिनंदन किया गया। शाला के प्रधानाध्यापक सी.आर. मेश्राम ने छात्र-छात्राओं को तिलक लगाकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की और उच्च शिक्षा की दिशा में उन्हें प्रेरित किया। उन्होंने कहा, उच्च शिक्षा ही जीवन के सर्वांगीण विकास का मार्ग है, और आज के तकनीकी युग में आधुनिक शिक्षा और कंप्यूटर ज्ञान का होना अत्यंत आवश्यक है।
कार्यक्रम में विशेष बात यह रही कि बस्तर विश्वविद्यालय से आए बी.एड. के छात्रों ने भी इस विदाई समारोह में भाग लिया और शाला के शैक्षिक वातावरण का अवलोकन किया। कार्यक्रम के दौरान संस्कृत, नृत्य कला, और खेलकूद के आयोजन हुए, जिनमें छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
इसके बाद शाला के उत्कृष्ट छात्रों के नाम की घोषणा की गई, जिनमें छात्र मारुति नाग और छात्रा संतोषी बघेल का चयन किया गया। उन्हें विशेष सम्मान प्रदान किया गया। इस भावुक अवसर पर सभी छात्र-छात्राओं को शिक्षकों और सहपाठियों द्वारा उपहार देकर विदाई दी गई। सबकी आँखों में आंसू थे, लेकिन यह विदाई उनके जीवन के नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक बनी।
समारोह में शाला के प्रधानाध्यापक सी.आर. मेश्राम के साथ शिक्षिकाएं राजिन्दर कौर सैनी, तरन्नुम जहां, इंदिरा कछवाहा, मोनिका श्रीवास्तव, मंजू समरथ और बी.एड. के छात्र-छात्राएं भी मौजूद रहे।
इस विदाई समारोह ने छात्रों के दिलों में शाला और शिक्षकों के प्रति एक अमिट छाप छोड़ दी, और यह कार्यक्रम सभी के लिए एक अविस्मरणीय पल बन गया।