रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दसवें दिन की कार्यवाही विपक्ष के भारी विरोध और हंगामे के बीच शुरू हुई। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल के निवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी को लेकर कांग्रेस विधायकों ने सदन में जोरदार नारेबाजी की और गर्भगृह में धरने पर बैठ गए।
हंगामे के बाद स्पीकर ने विपक्षी विधायकों को किया निलंबित
सदन में जारी हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्षी विधायकों को निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई के बाद कांग्रेस विधायकों में आक्रोश बढ़ गया और नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने तत्काल कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई। यह बैठक उनके कक्ष में जारी रही, जिसमें सभी कांग्रेस विधायक मौजूद रहे।
विपक्ष को मनाने पहुंचे मंत्री, लेकिन कांग्रेस ने किया बहिर्गमन
इस बीच, मंत्री रामविचार नेताम और वित्त मंत्री ओपी चौधरी विपक्षी विधायकों को समझाने पहुंचे, लेकिन कांग्रेस अपने रुख पर कायम रही और अंततः सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया।
इस घटनाक्रम के बाद छत्तीसगढ़ की सियासत और गरमा गई है। कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई को “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया, जबकि सत्ता पक्ष का कहना है कि “कानून अपना काम कर रहा है।” विपक्ष के बहिर्गमन के बाद सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से आगे बढ़ी।