0 डिप्टी रेंजर संतोष कांची ने चलाया अवेयरनेस प्रोग्राम
0 ग्रामीणों को जंगल बचाने किया जा रहा है प्रेरित
बकावंड। जंगल में आग लगने से वन्यजीवों तथा पर्यावरण को खतरा बढ़ जाता है। आग से बचने के लिए वन्यजीव गांव की ओर भागते हैं। जिससे ग्रामीणों के समक्ष जान माल का खतरा पैदा हो जाता है। इसलिए हम सभी का धर्म बनता है कि हम जंगल को जलने से बचाएं। इसे मद्देनजर रखते हुए वन विभाग बकावंड द्वारा गांव गांव और साप्ताहिक बाजारों में जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में आज मंगलवार को बकावंड के साप्ताहिक बाजार में जागरूकता अभियान चलाया गया।
इस अवसर पर बकावंड वन विभाग डिप्टी रेंजर संतोष कांची ने लोगों से कहा कि वन्यजीवों, पेड़ पौधों तथा पर्यावरण की सुरक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी और कर्तव्य है। जब जंगल बचेगा तभी हमें जल और स्वच्छ पर्यावरण मिलेगा। बिना जल और स्वच्छ वायु के हम जीवित नहीं रह सकते हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि मार्च अप्रैल के महीने में गर्मी अधिक पड़ती है। पेड़ों के पत्ते सूखकर जमीन पर गिर जाते हैं। ऐसे में अगर कोई बीड़ी, सिगरेट पीकर जंगल में फेंकता है तो उससे आग लगने की संभावना बढ़ जाती है। इससे हमें बचना होगा। आगे उन्होंने लोगों से अपील कर कहा कि अगर किसी को जंगल में आग दिखे तो वह वन विभाग को फोन से या कार्यालय में जाकर सूचना दें, ताकि समय पर वन्य प्राणियों की सुरक्षा हो। इस अवसर पर बकावंड संरपच डमरू मौर्य, जगन्नाथ कश्यप, पदमन निषाद, भगत कश्यप, भुजबल बघेल, वन विभाग के कर्मचारी एवं ग्रामीण उपस्थित थे
इन नंबरों पर दें सूचना
बकावंड वन विभाग के डिप्टी रेंजर संतोष कांची ने
अग्नि दुर्घटनाओं की जानकारी देने के लिए फोन नंबर भी लोगों से साझा किए। उन्होंने कहा कि आपके आसपास जंगल में आगजनी कi घटना होने पर इस मोबाइल नंबर पर सूचित करें – वन मंडल कार्यालय अग्रि नियंत्रण कंट्रोल रूम मोबाईल नंबर 07782- 222414, वशंवत कुमार साहू मोबाईल नंबर 9425597367, श्रीकांत शर्मा वायरलेस ऑपरेटर मोबाईल नंबर 9039750752 एवं हितेंद्र साहू कंप्यूटर ऑपरेटर मोबाईल नंबर 8103666512। इन नंबरों पर कॉल करके लोग जंगलों की सुरक्षा में सहभागी बन सकते हैं।