सुकमा के अजेय योद्धा कवासी लखमा के गढ़ में खिल गया कमल

0 किसान हुंगाराम मरकाम सुकमा नगर पालिका के अध्यक्ष निर्वाचित 
0 वार्ड पंच से लेकर नपा अध्यक्ष तक का सफर 
0 कांग्रेस से भाजपा में आए हैं हुंगाराम मरकाम 
(अर्जुन झा) जगदलपुर। पूर्व आबकारी मंत्री एवं कांग्रेस नेता कवासी लखमा के गढ़ बस्तर संभाग के सुकमा जिला मुख्यालय में भाजपा ने सेंध लगा दी है। कांग्रेसी सरोवर सुकमा में कमल खिल गया है। सुकमा नगर पालिका के अध्यक्ष पद पर भाजपा के हुंगाराम मरकाम निर्वाचित हुए हैं। मजे की बात यह कि हुंगाराम कांग्रेस से ही भाजपा में आए हैं।
सुकमा अब तक कांग्रेस का गढ़ रहा है। सुकमा जिले का एकमात्र विधानसभा क्षेत्र कोंटा से कवासी लखमा लगातार 6 बार चुनाव जीतते आए हैं। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में चली भाजपा की लहर में भी कवासी लखमा जीतकर आए हैं। सुकमा की जिला पंचायत तथा जनपद व ग्राम पंचायतों में भी कांग्रेसी परचम लहराता आया है। भूपेश बघेल सरकार में सबसे सीनियर विधायक कवासी लखमा को आबकारी एवं उद्योग मंत्री का दायित्व मिला था। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुए कथित शराब घोटाला मामले में फंसे कवासी लखमा अभी ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल में हैं और इधर उनका किला ढह गया। सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा के हुंगाराम मरकाम ने जीत दर्ज कराई है। सुकमा जब ग्राम पंचायत था, तब यहां के सबसे पुराने मोहल्ले सुपनार से हुंगाराम ने वार्ड पंच का चुनाव जीता था। वे इस वार्ड से दो बार पंच रहे। नगर पालिका का गठन होने के बाद कांग्रेस ने उन्हें पार्षद का चुनाव लड़ाया और वे जीत भी गए। पार्षद चुने जाने के एक साल बाद हुंगाराम भाजपा में शामिल हो गए और दूसरी बार पार्षद चुने गए। एक बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
*बॉक्स*
*पट्टे दिलाने का संकल्प*
सुपनार बस्ती शबरी नदी के किनारे बसी होने के कारण हर साल बाढ़ की चपेट में आ जाती थी। हुंगाराम ने तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से आग्रह कर बस्ती के लोगों को नेशनल हाईवे 30 के पास बसवा दिया। इन सभी लोगों को जमीन के पट्टे मिले हैं, जो राज्यपाल के नाम पर हैं। हुंगाराम कहते हैं कि सभी लोगों को निजी स्वामित्व के पट्टे दिलाना उनकी पहली प्राथमिकता है। सुपनार में 90 परिवार निवासरत थे, जिनमें अधिकांश आदिवासी हैं। हुंगाराम का कहना है कि इन सभी को व्यक्तिगत पट्टे दिलाने के लिए मैंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को आवेदन दिया है। जिले के प्रभारी मंत्री केदार कश्यप के सहयोग से सभी लोगों को पट्टे दिलाने ठोस पहल की जाएगी।

केदार कश्यप से मिली प्रेरणा

किसान परिवार से निकले हुंगाराम मरकाम को सुकमा की जनता ने अध्यक्ष के रूप में चुना है। 1703 वोटो से जीत हासिल करने वाले हुंगाराम मरकाम पिता स्व. जोगा मरकाम सुपनार निवासी हैं। उनके परिवार में पत्नी बुधरी मरकाम पुत्र जोगा, रानू, सोनी, चंद्रिका व राहुल है जो घर का व खेती किसानी का काम एवं पढ़ाई करते हैं। हुंगाराम मरकाम ने बताया कि जब सुकमा ग्राम पंचायत हुआ करता था और सबसे बड़ा पारा सुपनार था। जहां से मुझे वार्ड पंच लड़ने का मौका दिया गया उसमें जीतने के बाद मैंने साईकिल पर घूम-घूम कर लोगो की सेवा करने में कोई कमी नहीं की, फिर मुझे नगर पालिका गठन होने के बाद पार्षद चुनाव लड़ने का मौका मिला जिसमें में कांग्रेस से जीता। लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह व प्रभारी मंत्री केदार कश्यप से प्रभावित होकर भाजपा में प्रवेश किया। लगातार जीत हासिल की लेकिन पिछली बार दूसरे वार्ड से मुझे लड़ाया गया, कांग्रेस की सरकार थी और हार का सामना करना पड़ा। इस बार भाजपा ने मुझ जैसे छोटे से कार्यकर्ता पर विश्वावास जताया और अध्यक्ष पद के लिए लड़ाया जिसके लिए में भाजपा व सुकमा की जनता का आभारी रहूंगा। सुकमा नगर पालिका के सभी वार्डो का विकास हो इस दिशा में हमेशा प्रयास रहेगा। बिना किसी भेदभाव के शासन की कल्याणकारी योजनाओं को अंतिम व्यक्ति पहुंचाने का काम किया जाएगा।

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