गरियाबंद। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दो ओवर ग्राउंड नक्सलियों, धनेश ध्रुव उर्फ गुरुजी और रामस्वरूप मरकाम को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर आरोप है कि उन्होंने 17 नवंबर 2023 को गरियाबंद जिले के बड़े गोबरा गांव में आईडी विस्फोट में नक्सलियों का सहयोग किया। यह विस्फोट उस समय हुआ था, जब मतदान दल और सुरक्षाकर्मी मतदान प्रक्रिया पूरी करके बड़े गोबरा गांव से लौट रहे थे। इस हमले में आईटीबीपी का एक हेड कांस्टेबल शहीद हो गया था।
एनआईए की जांच में सामने आया है कि इस विस्फोट के पीछे सीपीआई (माओवादी) केंद्रीय समिति के सदस्य गणेश उइके और मनोज तथा विशेष क्षेत्रीय समिति के सदस्य सत्यम गावड़े का हाथ था। इन लोगों ने नक्सलियों द्वारा विधानसभा चुनावों के बहिष्कार के आह्वान के बाद इस हमले की योजना बनाई थी। विस्फोट को बड़े गोबरा और छोटे गोबरा गांवों के ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यूएस) के सहयोग से अंजाम दिया गया, और सीपीआई (माओवादी) के गोबरा दलम के कैडरों ने इसे अंजाम दिया था।
शुरुआत में मैनपुर थाने में दर्ज मामला अब एनआईए के पास है, जो 22 फरवरी 2024 को जांच में शामिल हुआ। एनआईए ने दिसंबर 2024 में आरसी-05/2024/एनआईए-आरपीआर मामले में 10 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था, और जांच जारी है।