0 बुरे अंजाम की धौंस देकर की जा रही मोटी वसूली
जगदलपुर। प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के एक शीर्ष अधिकारी की चला चली की बेला में उनके ठेकेदारों से मोटी उगाही का खेल शुरू हो गया है।ठेकेदारों को बुरे अंजाम की धौंस देकर साहब के लिए उगाही की जा रही है। जाते जाते साहब कुछ इस अंदाज में कलम चला सकते हैं कि ठेकेदारों का पूरा करियर तबाह हो जाएगा। लिहाजा डरे सहमे ठेकेदार मुहमांगी रकम भेंट कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ शासन के लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर इन चीफ श्री पिपरी 31 जनवरी को रिटायर हो रहे हैं। श्री पिंपरी भूपेश बघेल सीएम कार्यकाल में इएनसी नियुक्त किए गए थे। सरकार बदलने के पूरे 1 साल पश्चात उनका कार्यकाल पूरा हो जाएगा, अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ में लोक निर्माण विभाग से जुड़े केंद्र और राज्य मद स्तर की कई योजनाओं को क्रियान्वित किया, जिसमें रूरल रोड प्रोजेक्ट, छत्तीसगढ़ इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन, सहित प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना शामिल हैं। अरबों खरबों की इन योजनाओं को क्रियान्वित करने बैंक लोन का भी उपयोग किया गया, जिससे छत्तीसगढ़ की सड़कें उच्चस्तरीय मापदंड की हों।
प्रदेश के बड़े बड़े ठेकेदारों ने धुर नक्सल इलाकों में प्रदेश के विकास के मद्देनजर अपना पूरा सहयोग दिया, किंतु इनके कार्यकाल में जितनी अनियमितता सामने आई, उतनी कभी नहीं सुनी गई। खासकर ठेकेदारों के भुगतान को लेकर दर्जनों विवाद सामने आए, इन्हीं के कार्यकाल में लोक निर्माण विभाग के संविदा कर्मचारियों की भविष्यनिधि की अंशदायी रकम जमा नहीं करने का भी गंभीर मामला सामने आया था। इस मामले में कोर्ट द्वारा विभाग का खाता सीज कर दिया गया था, इस मामले से इएनसी के साथ ही बीजेपी सरकार की भी काफी आलोचना हुई थी। हर ठेकेदार इनकी बदनीयती और कूटनीति का शिकार होकर त्राहिमाम कर रहा है। अब जब साहब 31 जनवरी को सेवानिवृत हो रहे है तब इनके खास करिंदे द्वारा कार्यरत ठेकेदारों से अंतिम वसूली मांगी जा रही है। जो ठेकेदार उनकी डिमांड पूरी करने से इंकार कर रहे हैं, उन्हें परिणाम भुगतने की धमकी दी जा रही है। बिचौलिए ठेकेदारों से कह रहे हैं कि इएनसी साहब की सेवावृद्धि की फाइल सरकार के पास पहुंच चुकी है उन्हें सेवा वृद्धि मिल जाती है तब अंजाम क्या होगा सोच लेना। इस धौंस भरे फरमान से ठेकेदार हलाकन हैं।
सर्विस एक्सटेंशन होगा घातक
सुनने में आया है कि इएनसी श्री पिपरी अपनी सर्विस एक्सटेंशन के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। इसके लिए वे राजनीति के कुछ रसूखदारों की भी मदद ले रहे हैं। कहा जा रहा है कि अपनी सर्विस एक्सटेंशन के लिए वे करोड़ों रुपए झोंकने तत्पर हैं। इसीलिए ठेकेदारों से बेतहाशा वसूली का खेल शुरू किया गया है। उन्हें सेवावृद्धि मिलना करेला ऊपर से नीम चढ़ा जैसा होगा। सरकार की छवि पर नकारात्मक असर पड़ेगा। अब सरकार को भी ऐसे भ्रष्ट अधिकारी की सेवावृद्धि से बचना चाहिए। ठेकेदार इस कदर परेशान हैं कि वे देवी देवताओं के दर पर जाकर पिपरी को सेवावृद्धि न मिलने की मन्नत मांग रहे हैं।