रायपुर। छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ रुपये के शराब घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बड़ी कार्रवाई की है। आज, ED ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा तीसरी बार पूछताछ के लिए बुलाया, जिसके बाद कवासी लखमा को गिरफ्तार कर लिया गया। अब जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा।
इस मामले में 28 दिसंबर 2023 को ED ने लखमा और उनके बेटे के ठिकानों पर छापेमारी की थी और नगद लेन-देन के सबूत पाए थे। बाद में 3 जनवरी को दोनों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था।
मामले में अब तक 2161 करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा हो चुका है। चार्जशीट में आरोप लगाया गया है कि 2017 में आबकारी नीति में संशोधन कर CSMCL के जरिए शराब की बिक्री की गई, और 2019 के बाद अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी के सिंडिकेट ने भ्रष्टाचार और अवैध शराब बिक्री के जरिए राज्य के राजस्व को नुकसान पहुँचाया।
ED ने आरोप लगाया है कि CSMCL के MD अरुणपति त्रिपाठी और उनके सिंडिकेट ने नकली होलोग्राम लगाकर शराब की अवैध बिक्री की और एक कमीशन के रूप में अधिकारियों और कारोबारियों को पैसे दिए। इस घोटाले ने राज्य के राजस्व को भारी नुकसान पहुँचाया है।