रायपुर। राजधानी के तेलीबांधा इलाके में हुए अपहरण और मारपीट का शिकार हुए यश शर्मा ने बीती रात मेकाहारा अस्पताल में दम तोड़ दिया। घटना के तीन महीने बाद, पुलिस अब इसे हत्या का मामला मानकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
घटना का विवरण
13 अक्टूबर को यश शर्मा का अपहरण कर चार आरोपियों—तुषार पाहुजा, तुषार पंजवानी, चिराग पंजवानी और यश खेमानी—ने उसे शगुन फार्म्स में दो दिनों तक बंधक बनाकर बेरहमी से पीटा। इसके बाद यश की हालत बिगड़ने पर उसे चरौदा अस्पताल ले जाया गया, लेकिन आरोपियों ने उसकी पहचान छुपाने के लिए उसे घरवालों से दुर्घटना का बहाना करने को मजबूर किया।
यश की बिगड़ती हालत के चलते उसे एम्स में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसने अपनी आपबीती परिवार को बताई। तीन महीने तक अस्पताल में उपचाररत रहने के बाद, आखिरकार यश ने बीती रात दम तोड़ दिया।
आरोपियों पर कार्रवाई
मुख्य आरोपी तुषार पाहुजा को पुलिस ने बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी तीन आरोपी अभी भी फरार हैं। मृतक के परिजनों का आरोप है कि आरोपियों ने मामले को 40 लाख रुपये में सेटल करने का प्रस्ताव दिया था। साथ ही, उन्होंने पुलिस पर प्रभावशाली घरानों से जुड़े आरोपियों को बचाने का भी आरोप लगाया है। यश शर्मा, जो अपने पिता के निधन के बाद अपनी दादी के साथ रहता था, सिंधी समाज के लिए पंडिताई का काम करता था। यश के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और न्याय की मांग की है।
पुलिस की जांच पर सवाल
परिवार का कहना है कि पुलिस की कार्रवाई में देरी और बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस अब फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है और मामले की गहराई से जांच कर रही है।