रायपुर। छत्तीसगढ़ के चर्चित 2000 करोड़ रुपये के शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज तीसरी बार पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा से पूछताछ की। लखमा आज दस्तावेज और सीए के साथ ईडी के दफ्तर पहुंचे। इससे पहले 9 जनवरी को ईडी ने लखमा और उनके बेटे हरीश से लंबी पूछताछ की थी।
28 दिसंबर को ईडी ने लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा के ठिकानों पर छापेमारी की थी और नगद लेनदेन के सबूत मिलने का दावा किया था। इस मामले में 3 जनवरी को दोनों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था।
ईडी द्वारा दायर चार्जशीट में 2161 करोड़ के घोटाले का जिक्र किया गया है। इसमें कहा गया है कि 2017 में आबकारी नीति में संशोधन कर शराब बिक्री की व्यवस्था CSMCL के तहत की गई, लेकिन 2019 के बाद अनवर ढेबर और उनके साथी अधिकारियों ने सिंडिकेट बनाकर इस घोटाले को अंजाम दिया।
ईडी के मुताबिक, CSMCL के पूर्व MD अरुणपति त्रिपाठी के माध्यम से शराब के कारोबार में भ्रष्टाचार किया गया। इस सिंडिकेट ने देशी और अंग्रेजी शराब के होलोग्राम बनाकर बड़े पैमाने पर शराब बेची, जिससे राज्य के राजस्व को भारी नुकसान हुआ।