रायपुर। छत्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन का एक बयान हाल ही में सुर्खियों में आ गया है, जब उन्होंने फ्लोरा मैक्स कंपनी के फ्रॉड से पीड़ित महिलाओं के एक धरने के दौरान आपा खो दिया। मंत्री का यह बयान तब आया जब हजारों महिलाओं ने उनके वाहन को घेरकर अपनी समस्याओं का समाधान मांगा। मंत्री देवांगन के 3 घंटे के लंबे घेराव के बाद, गुस्से में आकर उन्होंने महिलाओं से कहा, “चुपचाप रहो… शांति से बात कर रहे हैं, ज्यादा हेकड़ी दिखाओगी तो पुलिस बुलाकर फेंकवा दूंगा।”
यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और विपक्ष के नेताओं द्वारा कड़ी निंदा का शिकार हो गया। कांग्रेस नेताओं ने इस बयान पर हमला बोलते हुए इसे महिलाओं के प्रति अमानवीय व्यवहार बताया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्विटर पर मंत्री के बयान का विरोध करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं का नाम ठगी करने वाली कंपनियों के साथ जुड़ता है और भाजपा सरकार चिटफंड कंपनियों का समर्थन करती है।
पूर्व पीसीसी चीफ धनेन्द्र साहू ने भी मंत्री के बयान पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इस तरह के अहंकारी व्यवहार से भाजपा को 2028 में सख्त जवाब मिलेगा। उन्होंने कहा, “मंत्री का यह व्यवहार सत्ता के मद में चूर होने का प्रतीक है और महिलाओं को अपमानित करना गलत है।”
इस बीच, उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन के कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि मंत्री का फ्लोरा मैक्स कंपनी के उद्घाटन से कोई संबंध नहीं था। यह आरोप गलत है और वायरल तस्वीरों में मंत्री का उपस्थिति उत्कर्ष बैंक के कार्यक्रम की है, न कि फ्लोरा मैक्स के कार्यालय के उद्घाटन की।
बीजेपी के महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में ठगी के मामलों में छत्तीसगढ़ का नाम खराब हुआ था और अब वे भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जांच के बाद सच्चाई सामने आएगी और कांग्रेस के काले कारनामे भी उजागर होंगे।