बीजापुर। पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड मामले में सुरेश चंद्राकर और तीन अन्य आरोपियों को बीजापुर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से चारों को ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेज दिया गया। इस बीच, एसआईटी की टीम ने क्राइम लोकेशन पर पहुंचकर जांच तेज कर दी है।
सोमवार को आरोपियों सुरेश चंद्राकर, रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके को बीजापुर न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने इन चारों पर हत्या, हत्या में सहभागिता और साजिश रचने सहित अन्य गंभीर धाराएं (बीएनएस धारा 103(1), 238(क), 34, 61(2)(क), 3(5), 120(बी)) लगाते हुए उन्हें जेल भेज दिया। मामले की अगली सुनवाई 21 जनवरी को होगी।
इस बीच, एसआईटी की टीम ने घटना स्थल पर जाकर गहन जांच-पड़ताल की। टीम ने हर संभावित साक्ष्य जुटाने की कोशिश की और मुकेश का मोबाइल ढूंढने के लिए उस सैप्टिक टैंक को भी तोड़वाया, जहां से मुकेश का शव बरामद किया गया था। हालांकि, मोबाइल का अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका है।
17 कमरों के परिसर में हुआ अपराध
जानकारी के अनुसार, यह घटना ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के उस परिसर में हुई, जिसमें 17 कमरे हैं। 11 नंबर के कमरे में मुकेश की हत्या की गई और शव को सैप्टिक टैंक में छुपा दिया गया। पुलिस ने फिलहाल 11 नंबर के कमरे को सील कर दिया है। मौके पर एक बख्तरबंद गाड़ी और सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है, ताकि कोई साक्ष्य नष्ट न हो सके। एसआईटी मामले की गहराई से जांच कर रही है और उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले से जुड़े अन्य रहस्यों से पर्दा उठेगा।