रायपुर। बीजापुर जिले में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस ने इस हत्याकांड में त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों – सुरेश चंद्राकर, रितेश चंद्राकर, और दिनेश चंद्राकर – को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि तीनों आरोपी सगे भाई हैं। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच तेज कर दी गई है और दोपहर तक कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आ सकती हैं।
सियासत में घमासान: कांग्रेस-भाजपा आमने-सामने
इस हत्याकांड ने राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सरकार से त्वरित कार्रवाई और पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद व नौकरी देने की मांग की है।
वहीं, भाजपा ने आरोप लगाया है कि मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर कांग्रेस से जुड़ा हुआ है। सोशल मीडिया पर सुरेश और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज की तस्वीरें साझा करते हुए भाजपा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपराधियों को संरक्षण दे रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस का ऐलान करते हुए बड़ा खुलासा करने की बात कही है।
पत्रकारों का धरना और शांति मार्च
पत्रकार समुदाय ने इस घटना के विरोध में रायपुर प्रेस क्लब के बाहर धरना और शांति मार्च का आयोजन किया है। यह विरोध प्रदर्शन दोपहर 1 बजे से शुरू होगा और राजभवन तक मार्च निकाला जाएगा। उम्मीद है कि इसमें पत्रकारों की बड़ी संख्या शामिल होगी।
गृह मंत्री का बयान
गृह मंत्री और उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है। उन्होंने दोषियों को सख्त सजा देने का आश्वासन दिया।
मामला क्यों है महत्वपूर्ण?
यह हत्याकांड सिर्फ कानून व्यवस्था का सवाल नहीं, बल्कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला भी माना जा रहा है। पत्रकारों और राजनीतिक दलों के विरोध के बीच सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है। आगामी घटनाक्रम प्रदेश की राजनीति को और प्रभावित कर सकता है।