रायपुर। छत्तीसगढ़ में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की कार्रवाई को लेकर एक बार फिर सियासी माहौल गरमा गया है। ईडी द्वारा पूर्व मंत्री कवासी लखमा के खिलाफ महत्वपूर्ण साक्ष्य मिलने के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार और एजेंसियों पर गंभीर आरोप लगाए।
बघेल ने कहा, ये एजेंसियां देशभर में लोगों को प्रताड़ित और बदनाम करने का काम कर रही हैं। अभी तक चालान तक प्रस्तुत नहीं कर पाए। अगर कोई साक्ष्य है, तो चालान पेश कर बताएं। उन्होंने ईडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताते हुए इसे असंवैधानिक करार दिया।
नगर निगमों और पंचायतों में प्रशासक नियुक्ति पर भी निशाना
भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के नगर निगमों और पंचायतों में प्रशासकों की नियुक्ति को लेकर भी भाजपा सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बहुमत के बल पर विधानसभा में संशोधन विधेयक लाकर स्थानीय चुनावों को टालना संविधान का उल्लंघन है। बघेल ने कहा, एक देश, एक चुनाव की बात करने वाले स्थानीय चुनाव तक नहीं करा पा रहे। यह चुनाव से डरने का प्रमाण है।
बघेल ने कहा कि वर्तमान में निगमों में प्रशासक नियुक्त किए गए हैं और एक महीने बाद पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होने पर वहां भी प्रशासक बिठाए जाएंगे। उन्होंने इसे लोकतंत्र पर कुठाराघात बताया।
भाजपा सरकार पर संविधान न मानने का आरोप
भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा सरकार संविधान का पालन नहीं कर रही और अपने राजनीतिक फायदे के लिए लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं को नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने चुनाव टालने की नीति को लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हनन करार दिया।