रायपुर। राजधानी में एक बार फिर दो हत्याओं से आम आदमी डरा सहमा है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रोज हत्याएं हो रही, चाकू मारे जा रहे, गोलियां चल रही, रायपुर में यह क्या हो रहा है मुख्यमंत्री जी। अपराधिक तत्व इतने बेखौफ हो गये है कि उनमें पुलिस का भय जरा भी नहीं बचा है। राह चलते किसी को भी चाकू मार दी जा रही, सड़कों पर खुलेआम हत्या हो रही है। प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है राजधानी में सरेआम गोलीबारी की पांच घटनाएं हो चुकी है। सरकार की नाकामी और पुलिस की लापरवाही का परिणाम है कि प्रदेश की राजधानी असुरक्षित हो चुकी है। राजधानी रायपुर चाकूपुर बन गया है। प्रदेश के लगभग सभी शहरों में रोज ही हत्याएं हो रही है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जबसे राज्य में भाजपा की सरकार बनी है, राजधानी रायपुर में औसतन रोज तीन हत्या हो रही है। ऐसा कोई दिन नहीं होता भयावह हत्या की एक दो घटनाएं न होती हो, अपराधी इतने बेलगाम हो गये है कि सरेआम सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर चाकू मार रहे, पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है। रोज हो रहे सामूहिक दुष्कर्म की घटनाओं से प्रदेश शर्मसार। पूरे प्रदेश में नागरिकों को भय के माहौल में जीवन जीना पड़ रहा है। साय सरकार के राज में महिलाओं के प्रति अपराधों में बेतहाशा बढ़ोतरी हो गयी है। मासूम बच्चियों के साथ घृणित दुराचार की घटनाएं बढ़ गयी। रोज समाचारों में प्रदेश भर में तीन से चार मासूब अबोध बच्चियों के साथ तथा सामूहिक दुराचार की घटनाओं की खबरें सामने आ रही।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सत्ता रूढ़ दल के जिम्मेदार पदो पर बैठे हुये लोग भी खराब कानून व्यवस्था को लेकर चिंतित होने के बजाय सिर्फ सत्ता की मलाई चाटने में व्यस्त है। बेहद आपत्तिजनक है कि रोज हो रही आपराधिक घटनाओं पर चिंता व्यक्त करने सरकार और पुलिस को ताकीद करने के बजाय भाजपा नेता सरकार की विफलता पर ताली बजा रहे है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि प्रदेश की रोज-रोज घट रही आपराधिक घटनाओं उन घटनाओं के बाद जनता की प्रतिक्रिया यह बताने के लिये पर्याप्त है। प्रदेश में अराजकता का माहौल है। जनता का सरकार पर से, पुलिस पर से भरोसा उठ गया है। विपक्ष के रूप में हमने सबसे ज्यादा सवाल कानून व्यवस्था को लेकर सदन से सड़क तक उठाया है, लेकिन सरकार है कि उसकी नींद नहीं टूट रही। विधानसभा घेराव किया, विधानसभा में सवाल उठाया, मुख्यमंत्री निवास घेरा, दर्जनों बार विरोध प्रदर्शन किया, पदयात्रा किया, लेकिन सरकार न जनता की आवाज सुन रही, न ही विपक्ष की आवाज।