रायपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार स्थानीय निकाय चुनाव को टालने के लिए लगातार षड्यंत्र रच रही है। उन्होंने कहा कि परिसीमन से लेकर आरक्षण तक की प्रक्रिया में अव्यावहारिक बदलाव करके चुनाव को बाधित किया जा रहा है। वर्मा ने विशेष रूप से महापौर के लिए आरक्षण की प्रक्रिया को 10 दिन और बढ़ाए जाने पर सवाल उठाया और इसे भाजपा सरकार का चुनावी डर करार दिया।
वर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार नगरीय निकाय चुनाव की प्रक्रिया में शामिल होने से डर रही है और लगातार बहाने बना रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले अध्यादेश लाया गया और अब पंचायत अध्यक्षों और महापौर के आरक्षण की प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया गया। वर्मा ने कहा कि जनता साय सरकार के कामकाज से बेहद नाराज है और इसके कारण चुनावों को टालने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बस्तर की बिगड़ती कानून व्यवस्था, धान खरीदी में कुप्रबंधन, आरक्षक भर्ती घोटाला, महतारी वंदन योजना में भ्रष्टाचार, और अपराधियों को संरक्षण देने जैसे मुद्दों पर भाजपा सरकार को घेरा। वर्मा के अनुसार, इन मुद्दों के कारण भाजपा सरकार जनता का भरोसा खो चुकी है।
इसके साथ ही सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि कांग्रेस के दबाव में साय सरकार बैलेट पेपर पर चुनाव कराने के लिए मजबूर हो गई है। कांग्रेस की मांग है कि केवल स्थानीय निकाय चुनाव ही नहीं, हर चुनाव बैलेट पेपर से होना चाहिए, ताकि चुनावों में विश्वसनीयता और पारदर्शिता बनी रहे। वर्मा ने यह भी कहा कि एक साल बाद भी भाजपा सरकार स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारी पूरी नहीं कर पाई है और आरक्षण प्रक्रिया में अव्यावहारिक बदलाव कर रही है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि आरक्षित वर्ग के अधिकारों पर दुर्भावना से कुठाराघात किया जा रहा है और स्थानीय निकाय चुनाव को टालने के लिए भाजपा तरह-तरह के बहाने बना रही है। वर्मा ने अंत में कहा कि हार के डर से भाजपा सरकार स्थानीय निकाय चुनाव से भाग रही है और लोकतंत्र को कमजोर कर रही है।