प्यार में मिले धोखे से खफा युवक ने नाबालिग प्रेमिका को उतारा मौत के घाट

0 पहले किया बलात्कार और फिर मार डाला डंडे से पीट पीटकर 

जगदलपुर। बस्तर संभाग के सुकमा जिले में एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। सुकमा जिले के मुरतोंडा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में 3 दिसंबर को मिली अज्ञात युवती की लाश के मामले में सुकमा पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी युवक मृतका का प्रेमी था और प्यार में धोखा मिलने की वजह से नाराज था। प्लानिंग के तहत युवती को कृषि विज्ञान केंद्र के पास बुलाया और मौत के घाट उतार दिया। इससे पहले उसने युवती के साथ बलात्कार किया और फिर डंडे से पीट पीटकर उसकी हत्या कर दी। आरोपी ने शव को सागौन के पत्तों से ढक दिया। आरोपी को गिरफ्तार कर शनिवार को न्यायिक रिमांड पर न्यायालय दंतेवाड़ा में प्रस्तुत किया गया। सुकमा पुलिस को 3 दिसंबर को कृषि विज्ञान केंद्र के खाली पड़े बाऊंड्रीवाल में नग्न अवस्था में युवती की सड़ी गली लाश मिली थी। मुरतोंंडा निवासी मुकाराम नाग की रिपोर्ट पर सिटी कोतवाली प्रभारी शिवानंद तिवारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद पुलिस मर्ग कायम कर विवेचना में जुट गई। युवती की लाश सड़ चुकी थी और सिर धड़ से अलग होने की वजह से पुलिस को युवती की पहचान करने में परेशानी हो रही थी। पुलिस ने थाना एवं सीमावर्ती जिलों के गुम इंसान की पतासाजी शुरू की। साथ ही साइबर सेल सुकमा और थाना सुकमा पुलिस द्वारा विभिन्न मोबाइल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण किया गया। जिसके आधार पर मृतका की पहचान हुई। इसके बाद पुलिस ने युवती के कॉल डिटेल खंगाले जिसमें चिंगावरम का रहने वाला मुख्य संदेही मनोज मंडावी के साथ संबंध होना उजागर हुआ। शक के आधार पर युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई जिसमें युवक ने जुर्म कबूल लिया।

कॉल डिटेल से हुआ खुलासा

सुकमा एसडीओपी परमेश्वर तिलकवार ने बताया कि हत्या करने की नीयत से आरोपी 9 नवंबर की शाम करीब 6 बजे युवती को कृषि विज्ञान केंद्र मुरतोंडा ले गया, जहां उसने उसके साथ बलात्कार किया और डंडे से पीटकर उसकी हत्या कर दी। युवती की पहचान होने के बाद कॉल डिटेल खंगाले गए जिसमें चिंगावरम निवासी मनोज मंडावी के मृतका के संपर्क में होने की बात सामने आई। आरोपी युवक का भी कॉल डिटेल निकाला गया। साथ ही दोनों के मोबाइल लोकेशन भी साथ पाए गए। इस आधार पर आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई जिसमें उसने अपना जुर्म कबूल किया। मामले के खुलासे में थाना सुकमा के उप निरीक्षक चंद्रपाल कंवर, जगतपाल सिंह, सहायक उप निरीक्षक रामकुमार पटेल, सागर निषाद, प्रधान आरक्षक जयपाल सिंह, धनराज टेकाम, संजय नेताम सोड़ी एड़मा, आरक्षक विनोद गोंड, छोटेलाल मधुकर, महिला आरक्षक संतोषी नेताम, गीतिका वर्मा एवं सायबर सेल के आरक्षक नेमपाल दिवाकर का सराहनीय योगदान रहा।

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