0 उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने सुनी प्रधानमंत्री की बातें
0 पीएम द्वारा बस्तर ओलंपिक की तारीफ, हमारे लिए गौरव : विजय शर्मा
(अर्जुन झा) जगदलपुर। बस्तर ओलंपिक 2024 को आज उस समय राष्ट्रीय पहचान मिल गई, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आयोजन का जिक्र करते हुए इसकी जमकर तारीफ की। बस्तर ओलंपिक आयोजन में अहम भूमिका निभाने वाले छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा प्रधानमंत्री श्री मोदी के मुंह से बस्तर ओलंपिक की प्रशंसा सुन गदगद हो उठे। उन्होंने इस पल को छत्तीसगढ़ के लिए गौरवपूर्ण करार दिया है।
हालिया संपन्न हुए बस्तर ओलंपिक 2024 की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खुलकर तारीफ की है। रविवार को रेडियो पर प्रसारित लोकप्रिय कार्यक्रम मन की बात में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस आयोजन का जिक्र किया। आज उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम को आज अपने निवास कार्यालय में बैठकर सुना। मोदी की बात सुनते ही श्री शर्मा का चेहरा कमल की तरह खिल उठा। उन्होंने मन की बात कार्यक्रम में बस्तर ओलंपिक की प्रशंसा को प्रदेश के लिए एक गौरवशाली क्षण बताया। उन्होंने कहा कि बस्तर ओलंपिक केवल एक खेल आयोजन नहीं बल्कि बस्तर के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक पुनर्जागरण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा बस्तर ओलंपिक का उल्लेख करना न केवल हमारे युवाओं के लिए प्रेरणा है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने बस्तर ओलंपिक के आयोजनकर्ताओं, खिलाड़ियों और बस्तर के सभी नागरिकों को बधाई देते हुए कहा कि इस आयोजन ने बस्तर को राष्ट्रीय पटल पर एक नई पहचान दिलाई है।
सार्थक रही शर्मा की पहल
उल्लेखनीय है कि बस्तर ओलंपिक के आयोजन में उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने अहम भूमिका निभाई थी। आयोजन की तैयारियों से लेकर समापन तक वे सक्रिय रहे। दरअसल बस्तर के युवाओं, महिलाओं और नक्सलियों के बहकावे में आकर राह भटक चुके लोगों को समाज एवं विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए एक गृहमंत्री के रूप में विजय शर्मा शुरू से रचनात्मक पहल करते आ रहे हैं। धुर नक्सल प्रभावित गांवों में जाकर वे वहां के ग्रामीणों के बीच बैठते और उनका सुख दुख पूछते रहे हैं। कई गांवों के आदिवासी युवाओं को उन्होंने रायपुर भ्रमण भी कराया है। इसके अलावा उन्होंने नक्सलियों द्वारा प्लांट किए गए आईईडी की चपेट में आकर हाथ पैर गंवा बैठे कई ग्रामीणों को कृत्रिम अंग लगवाने का काम भी किया है। इसके सकारात्मक नतीजे भी सामने आने लगे हैं। बस्तर के दूरस्थ इलाकों के ग्रामीणों का नक्सलियों से मोहभंग होता जा रहा है और शासन प्रशासन पर उनका विश्वास बढ़ गया है। स्लीपर सेल नस्क्सलियों का बड़ी संख्या में आत्मसमर्पण इसका एक बड़ा उदाहरण है। बस्तर ओलंपिक का आयोजन भी इसी रचनात्मक पहल का हिस्सा है, जिसमें सैकड़ों आत्म समर्पित नक्सली भी प्रतिभागी खिलाड़ी थे।
ये बातें कही प्रधानमंत्री ने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में बस्तर ओलंपिक का उल्लेख करते हुए इसे क्षेत्रीय विकास और युवाओं की ऊर्जा का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन केवल एक खेल महाकुंभ नहीं, बल्कि बस्तर में एक नई सामाजिक और सांस्कृतिक क्रांति का प्रतीक है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बस्तर ओलंपिक ने उस क्षेत्र में एक नई उम्मीद जगाई है, जो कभी माओवादी हिंसा का गवाह था। इस आयोजन का शुभंकर “वन भैंसा” और “पहाड़ी मैना” बस्तर की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है। आयोजन का मुख्य संदेश है खेलेगा बस्तर, जीतेगा बस्तर। प्रधानमंत्री ने इस आयोजन में शामिल खिलाड़ियों की प्रेरणादायक कहानियों का भी उल्लेख किया और इसे बस्तर के विकास और युवाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला बताया। उन्होंने कहा कि बस्तर ओलंपिक केवल खेलों को बढ़ावा देने का मंच नहीं है, बल्कि यह युवाओं को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर भी प्रदान कर रहा है।