रायपुर। महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने छत्तीसगढ़ शासन के सचिव को पत्र लिखकर सूरजपुर जिले के कुदरगढ़ स्थित माँ बागेश्वरी मंदिर के सर्वांगीण विकास के लिए भारत सरकार को पुनः स्मरण पत्र जारी करने की मांग की है।
उन्होंने माँग की है कि पर्यटन मंत्रालय की प्रसाद योजना के तहत इस धार्मिक स्थल के कायाकल्प और आध्यात्मिक संवर्द्धन को प्राथमिकता दी जाए। प्रसाद (तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक संवर्द्धन अभियान) योजना के तहत धार्मिक पर्यटन स्थलों को विकसित करने और उन्हें बेहतर पहचान दिलाने का उद्देश्य रखा गया है।
कुदरगढ़ मंदिर के विकास के लिए योजनाबद्ध कार्यों में रोप-वे, हेलीपैड, यज्ञ शाला, ज्योति कक्ष, सीढ़ी निर्माण, यात्री शेड, हाई मास्क लाइट, सीसीटीवी, पेयजल सुविधाएं, सुरक्षा जांच चौकी, शौचालय, हर्बल गार्डन, हाट-बाजार, अपशिष्ट प्रबंधन, बैटरी चलित वाहन, स्टॉप डैम विकास, प्रसाद किचन, प्रतीक्षालय आदि शामिल हैं। ये सभी कार्य यात्रियों और श्रद्धालुओं के अनुभव को सहज और यादगार बनाने के उद्देश्य से प्रस्तावित हैं।
मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि कुदरगढ़ माँ बागेश्वरी धाम न केवल धार्मिक महत्व का स्थल है, बल्कि यह क्षेत्रीय सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक भी है। इसके विकास से स्थानीय पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा और इससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। प्रसाद योजना भारत सरकार द्वारा धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही एक महत्त्वाकांक्षी योजना है। इसके तहत तीर्थ स्थलों के बुनियादी ढांचे को विकसित करने और उनकी आध्यात्मिक पहचान को सुदृढ़ करने के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है। सूरजपुर जिले का कुदरगढ़ मंदिर भी इस योजना में शामिल है, लेकिन विकास कार्यों की प्रगति को तेज़ करने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र को स्मरण पत्र भेजा है।