कोरबा। जिले के बालको थाना क्षेत्र के दैहानपारा में एक दुखद घटना सामने आई है, जहां एक चार साल के मासूम बच्चे दिव्यांश यादव की कोसम बीज खाने से मौत हो गई। बच्चे ने खेल-खेल में घर में रखे कोसम के बीज खा लिए, जिसके बाद उसकी तबियत बिगड़ गई। परिजनों ने तुरंत उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन डॉक्टरों के तमाम प्रयासों के बावजूद मासूम बच्चे को बचाया नहीं जा सका।
जानकारी के अनुसार, कोसम के बीज तेल निकालने के लिए डिब्बे में रखे गए थे, और बच्चा बिना किसी जानकारियों के उन्हें खा गया। इस घटना के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
कोसम, जिसे छत्तीसगढ़ में एक लोकप्रिय स्थानीय फल माना जाता है, खट्टे-मीठे स्वाद के लिए बहुत पसंद किया जाता है। इसका बाहरी हिस्सा हरे रंग के छिलके से ढका होता है, जिसे हटाने के बाद अंदर का संतरे रंग का गूदा खाया जाता है। कोसम का आकार जामुन जैसा होता है और इसके अंदर छोटे बीज होते हैं, जो जामुन या बेर के बीजों जैसे होते हैं।
हालांकि, कोसम के बीजों के जहरीले होने या न होने के बारे में अब तक कोई पुख्ता शोध उपलब्ध नहीं है। यह एक अध्ययन का विषय बना हुआ है। फिर भी, कुछ मामलों में कोसम के बीज खाने के बाद बच्चों की तबियत बिगड़ने और गंभीर घटनाएं सामने आई हैं, जिससे इसे सावधानी से खाने की सलाह दी जाती है।