कांकेर। छत्तीसगढ़ पुलिस को नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने 25 लाख रुपये के इनामी सीनियर माओवादी कैडर प्रभाकर उर्फ बालमूरी नारायण राव को कांकेर जिले के अंतागढ़ थाना क्षेत्र में गिरफ्तार किया है। वह पिछले 40 वर्षों से माओवादी संगठन में सक्रिय था और ओडिशा, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल सहित विभिन्न राज्यों में नक्सली गतिविधियों को अंजाम दे चुका था।
प्रभाकर राव छत्तीसगढ़ के अलावा, उत्तर बस्तर सब जोनल ब्यूरो के लॉजिस्टिक्स सप्लाई और MOPOS (मोबाइल पॉलिटिकल स्कूल) टीम का प्रभारी भी था। वह माओवादी संगठन के शीर्ष नेताओं का करीबी सहयोगी था और 1984 से माओवादी पार्टी का सदस्य था। उसकी गिरफ्तारी से नक्सली गतिविधियों पर कड़ा अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।
पुलिस ने जानकारी दी कि पिछले कुछ दिनों से प्रभाकर राव की संदिग्ध गतिविधियां कांकेर जिले में देखी जा रही थीं, जिसके बाद 22 दिसंबर को नाकाबंदी के दौरान उसे गिरफ्तार किया गया। प्रभाकर राव तेलंगाना के जगित्याल जिले के बीरपुर गांव का निवासी है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) सुंदरराज पी. ने कहा कि प्रभाकर राव की गिरफ्तारी नक्सल विरोधी अभियानों की दृष्टि से पुलिस बल की एक महत्वपूर्ण सफलता है। 2024 में अब तक कुल 884 माओवादी कैडरों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
प्रभाकर राव की गिरफ्तारी से क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगाने में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। पुलिस ने बताया कि इस कार्रवाई को कांकेर रेंज के डीआईजी अमित तुकाराम कांबले के मार्गदर्शन और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कांकेर आई. के. ऐलेसेला के नेतृत्व में अंजाम दिया गया।