रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने संसद में भाजपाई सांसदों द्वारा की गई आपत्तिजनक घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका था जब सत्तारूढ़ दल के सांसदों ने विपक्षी सांसदों को सदन में घुसने से रोका, जो भारतीय संसदीय इतिहास में एक काले धब्बे के रूप में दर्ज हुआ है।
दीपक बैज ने आरोप लगाया कि सोची-समझी साजिश के तहत विपक्षी सांसदों को धक्का-मुक्की कर संसद में प्रवेश से रोका गया। उन्होंने बताया कि इस घटना के दौरान, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को धक्का मारकर जमीन पर गिरा दिया गया, और नेता प्रतिपक्ष के साथ भी बदसलूकी की गई। कांग्रेस की महिला सांसदों, जिनमें प्रियंका गांधी भी शामिल थीं, से भी भाजपाई सांसदों ने अभद्रता की और उन्हें धक्का-मुक्की का शिकार बनाया। बैज ने इसे अकल्पनीय और भारत के संसदीय इतिहास पर काला धब्बा बताया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की भाजपा की कार्रवाई से यह साफ होता है कि सत्तारूढ़ दल के नेताओं द्वारा विपक्ष को टार्गेट करने का यह किसी सोची-समझी साजिश का हिस्सा था। उन्होंने कहा कि यह कृत्य भाजपा के लोकतंत्र विरोधी चरित्र को उजागर करता है।
बैज ने यह भी कहा कि भाजपा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहब अंबेडकर के खिलाफ की गई टिप्पणी से देश का ध्यान भटकाने के लिए यह साजिश की। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर केवल संविधान निर्माता ही नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों के प्रेरणास्रोत और उनके अधिकारों के संरक्षक थे। उन्होंने कहा कि अंबेडकर की सोच के कारण वंचित वर्गों को उनका हक और अधिकार मिला है, और भाजपा इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रही है।
दीपक बैज ने इस मौके पर भाजपा से अपील की कि वे बाबा साहब अंबेडकर के प्रति की गई किसी भी आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर माफी मांगें, क्योंकि ऐसे बयान उनकी और उनकी पार्टी की गरीब, पिछड़े और वंचित वर्ग विरोधी सोच को दर्शाते हैं।