दंतेवाड़ा। बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों के ऑपरेशन से नक्सली बौखलाए हुए हैं, और अब उन्होंने अपनी कायराना हरकतों को और भी बढ़ा दिया है। हाल ही में, बारसूर थाना क्षेत्र के कौशलनार के जंगल में एक भयंकर घटना सामने आई, जहां नक्सलियों द्वारा लगाए गए IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) के कारण एक मादा भालू और उसके दो बच्चों की मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने इस आईईडी को सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए माड़ के रास्ते में प्लांट किया था। इस हमले में मादा भालू की मौत हो गई और उसकी मृत देह पर उसके दो बच्चे भी मरे हुए पाए गए। माना जा रहा है कि मां की मौत के बाद भोजन की तलाश में दोनों शावक भूख के कारण भी जान गंवा बैठे। यह घटना न केवल सुरक्षा बलों के लिए चुनौती बनकर सामने आई है, बल्कि अब यह बस्तर के ग्रामीणों और वन्यजीवों के लिए भी खतरे की घंटी बन गई है।
दंतेवाड़ा के एसपी गौरव राय ने इस घटना की पुष्टि की है और बताया कि इस तरह की घटनाएं क्षेत्र में नक्सलियों की हिंसक और निर्दयी रणनीति का हिस्सा हैं। दो दिन पहले इसी जंगल में एक ग्रामीण भी IED की चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुका था। इस तरह की घटनाओं ने इलाके के ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना दिया है।
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उनकी टीम घटनास्थल की जांच के लिए रवाना हो चुकी है, ताकि इस मामले की तहकीकात की जा सके। ऐसे में, सुरक्षा बलों और वन्यजीवों के बीच संतुलन बनाए रखने का संकट लगातार बढ़ता जा रहा है।