रायपुर। भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने कांग्रेस पार्टी के हालिया समीक्षात्मक बयान और धान खरीदी को लेकर उठाए गए सवालों पर कड़ा रुख अपनाया। एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस समीक्षा करके कभी कोई सीख नहीं लेती, जिसके कारण उसकी लगातार हार हो रही है। उन्होंने विशेष रूप से कांग्रेस द्वारा लोकसभा चुनाव के बाद गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का जिक्र किया, जो कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री वीरप्पा मोइली के नेतृत्व में बनी थी। श्री शर्मा ने पूछा, “मोइली कमेटी की रिपोर्ट कहां है और उस पर अब तक क्या कार्रवाई की गई है?”
शिवरतन शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के लोग बिखरे हुए हैं और नाराज हैं, जैसा कि कांग्रेस के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव ने खुद माना है। उन्होंने कहा, “भा.ज.पा. एक कैडर आधारित पार्टी है, जबकि कांग्रेस को इस तरीके से काम करने में 25 साल लगेंगे।” इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस चाहे जितने भी ईवीएम पर आरोप लगाए, नगरीय निकाय और त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में जनता का भरोसा भाजपा पर रहेगा और पार्टी फिर से जीत हासिल करेगी।
शिवरतन शर्मा ने कांग्रेस के द्वारा धान खरीदी पर फैलाए जा रहे भ्रम को खारिज करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने इस वर्ष 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है, और यह लक्ष्य पूरा किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता और पूर्व मंत्री धान खरीदी प्रक्रिया में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होने की बात स्वीकार कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस के पूर्व मंत्रियों द्वारा टोकन नहीं मिलने की शिकायत को उन्होंने “झूठ” करार दिया।
शिवरतन शर्मा ने कहा कि पिछले साल रिकार्ड 147 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी गई थी और किसानों को भुगतान सीधे उनके खातों में किया गया था। इस बार भी भाजपा सरकार किसानों को उनका भुगतान और अंतर की राशि सीधे उनके खातों में जमा कर रही है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसकी सरकार के दौरान मिलर्स को उनकी तयशुदा राशि तक नहीं दी गई, जबकि भाजपा सरकार ने उनकी सभी समस्याओं का समाधान किया है। शिवरतन शर्मा ने अंत में कहा कि कांग्रेस के नेता सिर्फ भ्रम फैलाने के लिए धान खरीदी केंद्रों में घूम रहे हैं, जबकि भाजपा सरकार ने किसानों और मिलर्स के हित में कई ठोस कदम उठाए हैं।