रायपुर। कांग्रेस ने प्रदेश भर में धान खरीदी की अव्यवस्था और किसानों की समस्याओं के विरोध में 10 दिसंबर को प्रदेश के सभी ब्लॉकों में धरना प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, पूर्व मंत्री रविन्द्र चौबे और वरिष्ठ नेता सत्यनारायण शर्मा ने आज राजीव भवन में पत्रकारवार्ता में इस आंदोलन की जानकारी दी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि सरकार के किसान विरोधी रवैये के कारण धान खरीदी में किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश धान खरीदी की प्रक्रिया को कम से कम करना है, जिससे किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य नहीं मिल रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सोसायटियों में बारदाने की कमी है, पुराने बारदाने खराब हो चुके हैं और किसानों को खुद बारदाने खरीदने के लिए कहा जा रहा है, जिनका भुगतान भी लंबित है।
दीपक बैज ने आगे बताया कि टोकन व्यवस्था अव्यवहारिक है, जिससे किसानों को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। 15 दिन बाद भी कई किसानों को टोकन नहीं मिल पा रहे हैं। इसके अलावा, इलेक्ट्रॉनिक कांटा में अधिक तौल हो रहा है, और धान का उठाव भी नहीं हो रहा है, जिससे स्थान की कमी हो रही है।
पूर्व मंत्री रविन्द्र चौबे ने आरोप लगाया कि सरकार ने धान खरीदी का लक्ष्य 160 लाख मीट्रिक टन रखा था, लेकिन 23-24 दिन में ही सरकार अव्यवस्था का शिकार हो गई है। बारदाने की कमी, टोकन का इंतजार और धान के उठाव में दिक्कतें सामने आ रही हैं। कांग्रेस ने सरकार से मांग की है कि धान खरीदी की तारीख 15 दिन बढ़ाई जाए ताकि सभी किसान अपनी फसल बेच सकें।
सत्यनारायण शर्मा ने भी धान की तौल में गड़बड़ी की शिकायत की और कहा कि किसानों के खातों में राशि तुरंत डाली जानी चाहिए, ताकि वे आसानी से अपनी राशि निकाल सकें।
कांग्रेस ने यह भी मांग की है कि धान का समर्थन मूल्य 3217 रुपये प्रति क्विंटल किया जाए, जैसा कि भाजपा ने चुनावी वादों में घोषणा की थी। इसके अलावा, बीज उत्पादक किसानों से धान खरीदी में परेशानी दूर करने की आवश्यकता है। पत्रकारवार्ता में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे, जिन्होंने इस मुद्दे को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन की चेतावनी दी है।