फिर 11 लाख रुपए के ईनामी नक्सली सहित 5 नक्सलियों ने पुलिस के सामने किया सरेंडर

0 बीजापुर जिले में इस साल अब तक 189 नक्सली कर चुके हैं आत्मसमर्पण 
0 शासन की नियद नेल्ला नार योजना का असर 
(अर्जुन झा) जगदलपुर। छत्तीसगढ़ शासन की नियद नेल्ला नार योजना का व्यापक प्रभाव नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग में देखने को मिल रहा है। योजना से प्रभावित होकर नक्सली लगातार आत्मसमर्पण करते जा रहे हैं। संभाग के बीजापुर जिले में फिर 11 लाख रुपए के एक ईनामी नक्सली सहित पांच नक्सलियों ने कल आत्मसमर्पण कर दिया। इस जिले में इस साल अब तक 189 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं और 473 नक्सली गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक, उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज, उप पुलिस महानिरीक्षक सीआरपीफ ऑप्स बीजापुर सेक्टर के मार्गदर्शन व पुलिस अधीक्षक बीजापुर के निर्देशन में जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत डीआरजी, बस्तर फाईटर, कोबरा और सीआरपीफ के संयुक्त प्रयासो से तथा छग शासन की पुनर्वास एवं आत्मसर्पण नीति और नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर नक्सली संगठन पश्चिम बस्तर डिवीजन के कंपनी नंबर 2 के सेक्शन ए पार्टी अध्यक्ष सहित 5 नक्सलियों ने 6 दिसंबर को सीआरपीएफ के प्रभारी पुलिस महानिरीक्षक बीजापुर राकेश कुमार नेगी, पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ. जितेंद्र कुमार यादव, कमांडेंट 202 कोबरा अमित कुमार, कमांडेंट 85वी बटालियन सीआरपीफ सुनील कुमार राही, कमांडेंट 222 बटालियन विजेंद्र सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऑप्स यूलैंडन यार्क, उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स बीजापुर सुदीप सरकार एवं उप पुलिस अधीक्षक बस्तर फाईटर चंद्रहास कटेंद्र के समक्ष आत्मसमर्पण किया। इनका कहना था कि वे नक्सलियों की खोखली विचारधारा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार, उपेक्षा व प्रताड़ना से तंग आ चुके हैं और छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण कर रहे हैं। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में संतू कोड़मे पीएलजीए सदस्य गंगालूर डिवीजन में कंपनी नम्बर 2 का सदस्य, पायकू पुनेम सीएनएम गंगालूर एरिया कमेटी सदस्य, गुडडू हपका सीएनएन सदस्य गंगालूर एरिया कमेटी, सोमारू माड़वी नेशनल पार्क एरिया पीएलजीए सदस्य, भीमा कश्यप बरसेपाल
कुतुल आरपीसी सदस्य शामिल हैं। इन नक्सलियों पर पुलिस पार्टी पर फायरिंग, सड़क खोदने, आइईडी लगाने, विस्फोट करने, हत्या जैसी विभिन्न घटनाओं में शामिल रहे हैं। आत्मसमर्पण करने पर इन्हें उत्साहवर्धन हेतु शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत 25-25 रूपये नगद प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई।

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