स्थानीय उद्योगों को प्राथमिकता, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उद्योगपतियों से किया वर्चुअल संवाद, क्षेत्रीय विकास को दिया नया आयाम

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 7 दिसंबर को नर्मदापुरम में होने वाले रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (RIC) से पहले उज्जैन से वर्चुअल माध्यम से नर्मदापुरम, हरदा, और बैतूल के उद्योगपतियों से संवाद किया। उन्होंने कहा, “प्रदेश में उद्योगपतियों का स्वागत है। हमारी प्राथमिकता स्थानीय उद्योगों को प्रोत्साहित करना और मौजूदा उद्योगों के विस्तार के लिए हर संभव सहायता प्रदान करना है।”

स्थानीय उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा

मुख्यमंत्री ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का उद्देश्य स्थानीय स्तर पर उद्योगों को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा, “सबसे पहले स्थानीय उद्योगों को सशक्त करना, फिर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर उनका विस्तार करना हमारी प्राथमिकता है।” उन्होंने उद्योगपतियों से आह्वान किया कि वे नए उद्योगों की स्थापना कर युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करें।

उद्योगों के विस्तार के लिए निर्देश

डॉ. यादव ने सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए कि उद्योगपतियों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो। उन्होंने हरदा के राइस मिल और बैतूल के कैटल फीड उद्योगपतियों को प्रोत्साहित करते हुए उनके विस्तार में हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।

अंतर्राष्ट्रीय निवेश और ग्लोबल इन्वेस्टर समिट की तैयारी

मुख्यमंत्री ने बताया कि जनवरी में शहडोल में भी रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा, जो 2025 में भोपाल में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट की तैयारी का हिस्सा है। उन्होंने अपने हालिया यूके और जर्मनी दौरे का उल्लेख करते हुए बताया कि राज्य में 78,000 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित हुआ है।

क्षेत्रीय उद्योगों से संवाद के मुख्य बिंदु

  • निर्मल मसाला इंडस्ट्री: मुख्यमंत्री ने मसाला निर्माता से कहा, आपके मसाले एमडीएच मसालों की तरह प्रसिद्ध हों, यही मेरी शुभकामना है।”
  • मूंग दाल उद्योग: उद्योगपतियों को उत्पादों के वितरण में नए क्षेत्र तलाशने की सलाह दी।
  • एमएसएमई प्रोत्साहन: छोटे उद्योगों को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए हरसंभव सहायता का आश्वासन।

रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव: विकास के नए अवसर

मुख्यमंत्री ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव राज्य में औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का मंच है। ‘नए क्षितिज, नई संभावनाएँ’ थीम पर आधारित इस कॉन्क्लेव में कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, नवकरणीय ऊर्जा, और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में निवेश के व्यापक अवसर उपलब्ध होंगे।

“मैं प्रदेश का सेवक हूं”: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

एक उद्योगपति द्वारा बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में रात्रि विश्राम के पुराने मिथक को तोड़ने के लिए मुख्यमंत्री को शुभकामनाएँ दी गईं। इस पर उन्होंने कहा, “लोकतंत्र में सभी सेवक होते हैं। मैं भी प्रदेश का सेवक हूं। सेवक तो भगवान की नगरी में ही रुकते हैं।”

कार्यक्रम में व्यापक भागीदारी

प्रमुख सचिव, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन राघवेंद्र कुमार सिंह ने कॉन्क्लेव की तैयारियों पर विस्तृत जानकारी दी। उज्जैन जिले के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल और क्षेत्रीय उद्योगपति भी इस संवाद का हिस्सा बने।

 

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