सुकमा। सुकमा जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और नारायणपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक केदार कश्यप पर तीखा हमला करते हुए उन्हें अपने पद से इस्तीफा देने की सख्त सलाह दी है। यह बयान नारायणपुर और ओरछा के एकलव्य आश्रम में छात्रों द्वारा टॉयलेट में रहकर पढ़ाई करने की दिल दहला देने वाली तस्वीरें सामने आने के बाद आया है।
कवासी ने एक प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि यह घटना छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य बस्तर क्षेत्र के लिए बेहद दुखद है। उन्होंने कहा कि मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में बच्चों को टॉयलेट में पढ़ाई करने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जो शासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाता है। कवासी ने आरोप लगाया कि इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि मंत्री कश्यप के नेतृत्व में विकास की स्थिति बेहद दयनीय हो गई है।
कवासी ने यह भी सवाल किया कि क्या आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णु साय ने ऐसा ‘नवा छत्तीसगढ़’ बनाने की कल्पना की थी, जहां बच्चों को अपने भविष्य के लिए टॉयलेट में संघर्ष करना पड़े। उन्होंने कहा कि यह एक निंदनीय स्थिति है, जिसे तत्काल सुधारने की आवश्यकता है।
इस मामले को लेकर चार दिन बीत चुके हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इसके बजाय, मंत्री कश्यप ने इस मामले को उजागर करने वाले पत्रकारों के खिलाफ कार्रवाई करने की धमकी दी है। कवासी ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि पत्रकारों का यह कर्तव्य था कि वे इस मुद्दे को उजागर करते, वरना यह मामला जनता के बीच नहीं आता। उन्होंने मंत्री कश्यप से यह भी कहा कि पत्रकारों के खिलाफ बयानबाजी करना अनुचित है, और उन्हें अपनी गलती स्वीकारकर माफी मांगनी चाहिए।
कवासी ने अपनी टिप्पणी में कहा, “अगर केदार कश्यप अपने विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी नहीं निभा पा रहे हैं, तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उल्टी-सीधी बयानबाजी से नवा छत्तीसगढ़ नहीं बनेगा।”