दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के धमधा स्थित कन्हारपुरी सरकारी अस्पताल में स्टाफ की “मुर्गा पार्टी” का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है। यह मामला बुधवार का है, जब अस्पताल के वार्ड में मरीजों के बेड पर इलाज के बजाय चिकन पकाया जा रहा था।
मरीजों के बेड पर गैस चूल्हा और पार्टी का माहौल
जानकारी के अनुसार, अस्पताल के वार्ड में जहां मरीजों का इलाज होना चाहिए था, वहां गैस चूल्हा रखकर चिकन पकाया जा रहा था। अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी मरीजों के बेड पर बैठकर चिकन-चावल का आनंद ले रहे थे। इस दौरान अस्पताल के अन्य कर्मचारी चावल और सलाद परोसते हुए नजर आए।
अस्पताल समय से पहले बंद, मरीज हुए परेशान
स्थानीय लोगों ने बताया कि अस्पताल को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक खुला रहना चाहिए था, लेकिन बुधवार को इसे 2 बजे ही बंद कर दिया गया। इसके बाद, अस्पताल में पार्टी शुरू हो गई। यह पार्टी करीब दो घंटे तक चली।
वीडियो वायरल, स्टाफ की सफाई
जब कर्मचारियों को पता चला कि पार्टी का वीडियो बनाया जा रहा है, तो उन्होंने बहाने बनाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि चिकन पड़ोस में हो रही शादी से आया था। हालांकि, वीडियो में साफ दिख रहा है कि गैस चूल्हा मरीजों के बेड के पास रखा गया था और वहीं चिकन पकाया जा रहा था।
मामले में शामिल अधिकारी
इस “मुर्गा पार्टी” में डॉ. प्रफ्फुल ढीवार (मेडिकल ऑफिसर, धमधा), ऋचा मेश्राम (बीपीएम, धमधा), सतीश ढोके (ब्लॉक अकाउंट मैनेजर), जीएस उद्दे (ब्लॉक एक्सटेंशन ट्रेनिंग ऑफिसर) और संजय (रूरल हेल्थ ऑफिसर, कन्हारपुरी) सहित कई कर्मचारी शामिल थे।
जांच के आदेश, कार्रवाई के निर्देश
इस मामले पर सीएमएचओ डॉ. मनोज दानी ने कहा, “पीएचसी या सीएचसी में मरीजों के इलाज के लिए निर्धारित समय के दौरान या बाद में इस तरह की पार्टी करना शासकीय सेवा शर्तों का उल्लंघन है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
स्थानीय लोगों में आक्रोश
अस्पताल में इस तरह की लापरवाही और गैरजिम्मेदाराना रवैये से स्थानीय लोगों में नाराजगी है। लोगों का कहना है कि अस्पताल को मरीजों की सेवा के लिए चलाया जाता है, न कि निजी पार्टी के लिए। यह घटना सरकारी सेवाओं में अनुशासन और उत्तरदायित्व की कमी को उजागर करती है। अब देखना यह होगा कि जांच के बाद दोषियों पर क्या कार्रवाई की जाती है।