नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे सप्ताह में, दोनों सदनों में कार्यवाही बिना किसी विशेष गतिरोध के जारी रही। मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही शाम सात बजे तक और राज्यसभा की कार्यवाही शाम छह बजे तक चली। हालांकि, बुधवार को राज्यसभा में किसानों के मुद्दे पर हंगामा हुआ, जिसके कारण विपक्षी सदस्यों ने वॉकआउट किया।
राज्यसभा में विपक्षी सदस्य किसान विरोधी सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे, जिसमें “यह सरकार, नहीं चलेगी नहीं चलेगी” जैसे नारे प्रमुख थे। इसके बाद, जब सभापति जगदीप धनखड़ ने कार्यवाही की शुरुआत की और मिलिंद देवड़ा को जन्मदिन की बधाई दी, तो उन्होंने सदन की कार्यवाही को आगे बढ़ाया।
सभापति धनखड़ ने सदस्यों से अपने नाम के आगे दर्ज प्रपत्र को सदन पटल पर रखने की अनुमति दी, और विभिन्न विषयों पर स्थगन प्रस्ताव के नोटिस मिलने की जानकारी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन नोटिसों में से कोई भी नोटिस ऑर्डर में नहीं है, इसलिए किसी भी नोटिस को अनुमति नहीं दी जाएगी। इस पर विपक्षी सदस्यों ने किसानों और अडानी समूह से जुड़ी मुद्दों को उठाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी, और हंगामे के बीच सदन से वॉकआउट कर गए। वहीं, लोकसभा में भी बुधवार को कार्यवाही सामान्य रूप से शुरू हुई और प्रश्नकाल में सदस्यों ने हिस्सा लिया।